्रपाक में तालिबान समर्थक मौलवी सूफी मुहम्मद गिरफ्तार (लीड-1)
समाचार चैनल जियो टीवी के अनुसार पेशावर के एक इलाके पर मारे गए छापे में मौलवी सूफी और उसके दो पुत्रों जियाउल्लाह और रिजवानुल्लाह को गिरफ्तार किया गया।
खबरों के अनुसार सूफी मुहम्मद को सरकार के खिलाफ भाषण देने और हिंसा तथा आतंकवाद को प्रोत्साहन देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
उल्लेखनीय है कि फरवरी में सूफी मुहम्मद ने सीमांत प्रांत की सरकार और तालिबान आतंकवादियों के बीच शांति समझौते में मध्यस्थता की थी, जिसके अनुसार प्रांत के तालिबानी प्रभाव वाले हिस्सों में हिंसा बंद करने के बदले इस्लामी कानून लागू करने पर सहमति बनी थी।
बाद में समझौता भंग हो गया और तालिबान ने राजधानी इस्लामाबाद से केवल 100 किलोमीटर दूर स्थित जिलों पर भी धावा बोल दिया। इसके बाद सेना ने तालिबान के खिलाफ भारी अभियान आरंभ किया।
मौलवी सूफी मुहम्मद के दोनों पुत्रों को अज्ञात स्थान पर ले जाया गया है।
इससे पहले रविवार को मीडिया में समाचार आया था कि आतंकवादियों के खिलाफ सैन्य कार्रवाई आरंभ होने के बाद से परिदृश्य से गायब मौलाना सूफी मुहम्मद को पेशावर शहर में देखा गया है।
रविवार को मीडिया रिपोर्टों में कहा गया कि तहरीक-ए-निफाज-ए-शरीया-ए मुहम्मदी (टीएनएसएम) का प्रमुख सूफी मुहम्मद 26 अप्रैल को आरंभ सैन्य अभियान के बाद पहली बार शनिवार को देखा गया।
एक टीवी चैनल ने उसे पेशावर में टीएनएसएम की बैठक में हिस्सा लेते समय कैमरे में कैद किया है।
टीएनएसएम के एक समर्थक ने समाचार पत्र 'डेली टाइम्स' को बताया कि सूफी ने अपनी पहचान छुपाने के लिए दाढ़ी छंटवा कर उसे लाल रंग में रंग लिया था।
समाचार पत्र डॉन के अनुसार टीएनएसएम की भविष्य की कार्ययोजना को निर्धारित करने के लिए शीघ्र ही केंद्रीय कार्यकारिणी समिति (सूरा) की बैठक आयोजित की जाएगी।
सूफी मुहम्मद पेशावर के सेठी कस्बे इलाके में एक किराए के मकान में रहता था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।