अभद्र भाषा के प्रयोग के खिलाफ कांग्रेस की चेतावनी
पार्टीजनों को यह सलाह पार्टी मुखपत्र 'संदेश' के ताजा अंक में दी गई है। संदेश के संपादकीय में गांधी ने पार्टीजनों से 'जब आवश्यकता हो तो अपने गुस्से के इजहार में कूटनीति और मर्यादा की आदत को मन में बैठाने' का आग्रह किया है।
गांधी ने लिखा है, "अभी हाल ही में देखा गया कि नेताओं में राजनीतिक स्थितियों का वर्णन करने के लिए अभद्र भाषा का उपयोग करने का रुझान बढ़ा है।"
उन्होंने कहा कि नेताओं और विचारधाराओं का आपसी सम्मान कभी नहीं छोड़ना चाहिए।
कांग्रेस अध्यक्ष ने पार्टीजनों से लोकसभा चुनाव की विजय से संतुष्ट नहीं होने को कहा। "विजय के उल्लास के बीच हमें लगातार यह महसूस करते रहना चाहिए कि अब हमारी जिम्मेदारियां बढ़ गई हैं।"
कार्यकर्ताओं से लोगों के लिए काम करने की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि अगले पांच वर्षो तक पार्टी कार्यकर्ताओं को मतदाताओं की 'आशाओं से अधिक' काम करना चाहिए।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।