'लादेन ने मांगा था परमाणु बम'
परमाणु शस्त्र कार्यक्रम के संस्थापकों में से एक सुलतान बशीर ने खुलासा किया है कि आंतकवादी संगठन अल-कायदा और तालिबान से उनका सीधा संपर्क रहा है। लादेन से उनकी मुलाकात 11 सितंबर 2001 से पहले हुई थी।
तालिबान कमांडर से हुईं दो मुलाकातें
पाकिस्तानी अखबार 'द नेशन' को दिए गए साक्षात्कार में बशीर ने बताया कि जिस समय तालिबान परमाणु बम की जुगाड़ में लगा था, उस समय तालिबान कमांडर मुल्ला मोहम्मद उमर के साथ उनकी दो बार मुलाकात हुई थी।
यही नहीं वह अक्सर मुल्ला उमर को नीतिगत मसलों पर परामर्श भी दिया करते थे। बशीर ने बताया कि लादेन से भी उनकी एक बार मुलाकात हो चुकी है। तब लादेन ने उनसे परमाणु बम की डिमांड की थी। बाशीर के मुताबिक उन्होंने तब लादेन को यह कहकर मना कर दिया था कि इसके लिए आधारभूत ढांचा खड़ा करना होता है, कई वैज्ञानिकों की जरूरत पड़ती है, जोकि संभव नहीं है।
क्या अमेरिका पर गिराना था परमाणु बम!
बशीर ने खुलासा किया है कि उसी दौरान उन्होंने लादेन से काबुल के पॉली टेक्निकल इंस्टीट्यूट के पुनर्निर्माण के लिए धन मांगा था। हालांकि बशीर ने यह भी बताया कि परमाणु तकनीक से इंकार करने पर ओसामा ने उनपर किसी भी प्रकार का दबाव नहीं डाला था। यही नहीं संस्थान के लिए आर्थिक सहयोग भी दिया था।
11 सितंबर 201 से पहले की इस घटना से यह साफ हो गया है कि 9/11 हमले में अलकायदा का मकसद अमेरिका पर परमाणु बम गिराने का था, लेकिन परमाणु हथियार न जुटा पाने के कारण वो इसमें नाकाम हो गए।