नेताओं की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं होगा : प्रणब (लीड-2)

By Staff
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लोकसभा में सदन के नेता प्रणब मुखर्जी ने कहा, "नेताओं की सुरक्षा के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं होगा।"

संसदीय कार्यमंत्री पवन कुमार बंसल ने भी सदस्यों को आश्वासन देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती, समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता मुरली मनोहर जोशी की सुरक्षा में कोई कटौती नहीं की जाएगी।

सरकार की तरफ से राज्यसभा में भी सभी सदस्यों को ऐसा ही आश्वासन दिया गया।

इससे पहले अतिविशिष्ट नेताओं की सुरक्षा घटाए जाने के मुद्दे पर संसद के दोनों सदनों में जोरदार हंगामा हुआ। हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही तीन बार और राज्यसभा की कार्यवाही एक बार स्थगित हुई।

मायावती को राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) द्वारा उपलब्ध सुरक्षा में कटौती के मुद्दे पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सांसदों ने सुबह 11 बजे, लोकसभा की कार्यवाही आरंभ होते ही हंगामा शुरू कर दिया। बसपा के सदस्य लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार के आसन के निकट आ गए और शोर-शराबा तथा नारेबाजी करने लगे।

लोकसभाध्यक्ष ने सदस्यों से आग्रह किया कि वे प्रश्नकाल चलने दें और इस मामले को शून्यकाल में उठाएं लेकिन सदस्यों ने हंगामा जारी रखा। इस पर उन्होंने सदन की कार्यवाही 11.30 बजे तक स्थगित कर दी।

दोबारा जैसे ही सदन की कार्यवाही आरंभ हुई बसपा के दारासिंह चौहान ने कहा, "सरकार मायावती की सुरक्षा घटाने की योजना बना रही है। गृह मंत्री पी. चिदम्बरम को इसका जवाब देना चाहिए।"

उत्तेजित बसपा सदस्यों को शांत करने की कोशिश में मुखर्जी ने कहा, "गृह मंत्री से इस बारे में मैंने वस्तुस्थिति की जानकारी ली है। उन्होंने मुझे आश्वस्त किया है कि सुरक्षा समीक्षा संबंधी समिति की रिपोर्ट उन्हें अभी तक नहीं मिली है।"

उन्होंने कहा, "नेताओं की सुरक्षा की समीक्षा एक निरंतर प्रक्रिया है। समीक्षा समिति की रिपोर्ट अभी तक गृह मंत्री के पास नहीं आई है। इस संबंध में हम कोई भी फैसला सदस्यों की चिंताओं को ध्यान में रखकर लेंगे।"

मुखर्जी के जवाब से असंतुष्ट बसपा सदस्यों ने फिर से हंगामा शुरू कर दिया।

इस बीच भाजपा की सुषमा स्वराज ने कहा, "जिन नेताओं की सुरक्षा घटाए जाने की चर्चा है, उनमें हमारे नेता मुरली मनोहर जोशी का भी नाम है। जोशी ने आतंकवाद के खिलाफ कश्मीर तक एकता यात्रा की थी।"

सुषमा के इतना कहने के बाद भाजपा सदस्यों ने भी हंगामा आरंभ कर दिया। इसे देखते हुए लोकसभाध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी। दोपहर 12 बजे भी लोकसभा का वही सूरते-हाल रहा। सदस्यों के शोर शराबे और हंगामे के कारण लोकसभाध्यक्ष ने तीसरी बार सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

उधर, राज्यसभा में भी नेताओं की सुरक्षा घटाए जाने के मुद्दे पर हंगामा हुआ। सुबह 11 बजे सदन की कार्यवाही आरंभ होते ही बसपा और भाजपा के साथ-साथ राजद और सपा के सदस्यों ने अपने-अपने नेताओं की सुरक्षा घटाए जाने का मामला उठाया।

इस मुद्दे पर सदस्यों ने शोर शराबा और हंगामा किया जिसके चलते सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी गई। दोपहर 12 बजे जैसे ही सदन की कार्यवाही आरंभ हुई सभापति हामिद अंसारी ने कहा कि गृह मंत्री ने स्पष्ट कर दिया है कि वह मायावती, मुलायम सिंह यादव, लालू प्रसाद और मुरली मनोहर जोशी की सुरक्षा के संबंध सदस्यों द्वारा व्यक्त की गई चिंताओं को ध्यान में रखेंगे। इसलिए सदन की कार्यवाही अब बाधित नहीं होनी चाहिए।

उल्लेखनीय है कि गृह मंत्रालय अति विशिष्ट लोगों को दी गई सुरक्षा की समीक्षा कर रहा है। इसमें मायावती, लालू प्रसाद, मुलायम सिंह, बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और मुरली मनोहर जोशी जैसे नेताओं की सुरक्षा के स्तर में कमी करने का सुझाव दिया गया है। इन लोगों की सुरक्षा में वर्तमान में एनएसजी के जवान तैनात हैं।

इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।

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