म.प्र. विधानसभा में जब विधायक आपे से बाहर हुए

By Staff
Google Oneindia News

गुरुवार को विधानसभा में ऐसा ही कुछ हुआ जब सदस्यों ने एक दूसरे पर निजी टिप्पणी करने तक से परहेज नहीं किया। इस स्थिति पर जब अध्यक्ष ईश्वरदास रोहाणी ने कड़ी नाराजगी जताई तब जाकर विधायक और मंत्री शान्त हुए।

विधानसभा में कांग्रेस के रत्नेश सालोमन द्वारा बलराम तालाब के मसले पर उठाए गए सवाल का जब कृषि मंत्री रामकृष्ण कुसमरिया जवाब दे रहे थे, तभी सालोमन ने उन पर इस योजना से अपने रिश्तेदारों को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाकर मामला गरमा दिया। विधायक और मंत्री के बीच नोकझोंक चल ही रही थी कि सत्ता पक्ष के सदस्य व अजय विश्नोई ने टोका-टाकी की।

विश्नोई अपनी बात पूरी कह पाते कि इसके पहले ही कांग्रेस के अजय सिंह ने उनसे कह दिया, "तुम तो दवाई बेचो"। विश्नोई प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं। अजय सिंह की टिप्पणी पर पंचायत मंत्री गोपाल भार्गव और संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने सख्त आपत्ति जताई। विजयवर्गीय ने तो चुरहट लाटरी कांड का भी जिक्र कर दिया।

इन व्यक्तिगत टिप्पणियों पर अध्यक्ष रोहाणी ने अप्रसन्नता जताई। उन्होंने कहा कि सदन में सदस्यों का यह व्यवहार ठीक नहीं है। सदस्यों को संयमित रहकर अपनी बात कहना चाहिए। अध्यक्ष के हस्तक्षेप के बाद सदन की कार्यवाही आगे बढ़ सकी।

इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।

Comments
देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए Oneindia Hindi के फेसबुक पेज को लाइक करें
For Daily Alerts
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
X