नाराज जसवंत सिंह को मिलेगा संसद भवन में एक कमरा!
नई दिल्ली, 22 जुलाई (आईएएनएस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह को जल्द ही संसद भवन परिसर में एक कमरा मिल सकता है। लंबे समय से नाराज चल रहे सिंह को मनाने के लिए पार्टी ने यह रास्ता निकाला है।
इन दिनों संसद की विभिन्न समितियों के गठन की कवायद चल रही है। संसद की वित्तीय समितियों में लोक लेखा समिति (पीएसी) को सबसे महत्वपूर्ण और शक्तिशाली माना जाता है। इसके अध्यक्ष को संसद भवन में कार्यालय के लिए एक कमरा मिलता है। इसके अलावा स्टॉफ, निजी सचिव और अन्य सुविधाएं भी मिलती हैं। अध्यक्ष पद के लिए छह अगस्त को चुनाव होना है।
लोकसभा में भाजपा की उपनेता सुषमा स्वराज ने बताया कि पीएसी के सदस्यों के रूप में पार्टी की ओर से लोकसभा से तीन और राज्यसभा से दो सदस्यों के नाम तय किए गए हैं। लोकसभा के जिन तीन सदस्यों के नाम तय किए गए हैं वे हैं- जसवंत सिंह, यशवंत सिन्हा और गोपीनाथ मुंडे।
संसदीय परम्परा के मुताबिक इस बार भी पीएसी के अध्यक्ष का पद मुख्य विपक्षी पार्टी होने के नाते भाजपा के हिस्से में आ रहा है। सामान्यत: लोकसभा का सदस्य ही पीएसी का अध्यक्ष बनता है। ऐसे में यह तय है कि अध्यक्ष भी उपरोक्त तीनों में से ही कोई एक सदस्य बनेगा और वरिष्ठता के हिसाब से जसवंत सिंह इसके लिए प्रबल दावेदार हैं।
उल्लेखनीय है कि जसवंत सिंह इस बार पश्चिम बंगाल की दार्जिलिंग संसदीय सीट से लोकसभा में चुनकर आए हैं। इससे पहले वह राज्यसभा में विपक्ष के नेता थे। इस नाते उन्हें संसद भवन परिसर में एक कमरा मिला हुआ था। लेकिन लोकसभा में आने के बाद उन्हें यह कमरा खाली करना पड़ा था। वह कमरा अब राज्यसभा में विपक्ष के नेता के नाते अरुण जेटली के पास है।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक जसवंत सिंह लोकसभा में पार्टी का उपनेता बनना चाहते थे लेकिन उनकी यह हसरत पूरी नहीं हो सकी। लोकसभा में सुषमा स्वराज को पार्टी का उपनेता बना दिया गया।
संभवत: इसी से नाराज होकर जसवंत सिंह ने पार्टी आलाकमान को पत्र भी लिखा था और कहा था कि लोकसभा चुनाव में पार्टी को मिली हार के लिए जिम्मेदार लोगों को पदों पर बिठाकर पुरस्कृत किया जा रहा है। हालांकि ऐसा ही पत्र लिखकर और पार्टी के पदों से इस्तीफा देकर यशवंत सिन्हा ने भी अपने नाराजगी का इजहार किया था, लेकिन पार्टी नेतृत्व ने उनके असंतोष को गंभीरता से न लेते हुए उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया था। अलबत्ता सिन्हा को भी अब पीएसी का सदस्य बनाया जा रहा है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।