पाकिस्तान में आंतरिक मंत्री रहमान मलिक को हटाए जाने के आसार
अगले कुछ दिनों में प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी द्वारा किए जाने वाले मंत्रिमंडल पुनर्गठन में रब्बानी को आंतरिक मंत्री बनाया जा सकता है।
ऑनलाइन न्यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से कहा कि सूचना मंत्री कमर-उज-जमां अपने बेहतरीन प्रदर्शन के कारण पद पर बने रह सकते हैं।
रब्बानी ने मार्च में सीनेट के नेता का पद छोड़ दिया था लेकिन उसे अभी तक स्वीकार नहीं किया गया है। उन्होंने इससे पहले कानून मंत्री बनाए जाने की पेशकश भी ठुकरा दी थी।
सोमवार को प्रकाशित एक साक्षात्कार में गिलानी ने अपने कुछ मंत्रियों के प्रति स्पष्ट नाराजगी प्रदर्शित की, खासकर उनके खिलाफ जो राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के नजदीकी माने जाते हैं।
साक्षात्कार में गिलानी ने कहा,"बहुत हो चुका। पिछले एक वर्ष से मैं अपने मंत्रियों के प्रदर्शन का आकलन कर रहा हूं। अब मैं योग्यता के आधार पर कुछ बदलाव करूंगा, किसी व्यक्ति की पसंद और नापसंद के आधार पर नहीं, क्योंकि मैं 17 करोड़ से अधिक लोगों वाले देश को चलाने के लिए जिम्मेदार हूं।"
गिलानी ने किसी का नाम नहीं लिया लेकिन स्पष्ट है कि "कोई व्यक्ति" जरदारी ही हैं। एक अन्य घटना में गिलानी ने सरकार विरोधी खासकर जरदारी विरोधी ई-मेल और एसएमएस भेजने पर जेल की सजा के प्रावधान के आतंरिक मंत्री रहमान मलिक के आदेश के अमल पर रोक लगा दी थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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