तारेगना में लगने लगा जमघट, सुरक्षा कड़ी
पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आऱ मल्लार विज्जी ने मंगलवार को बताया कि चार स्तरीय सुरक्षा घेरे में पटना जिले में आने-जाने वालों की जांच की जा रही है, जबकि मसौढ़ी अनुमंडल की सुरक्षा के लिए 18 से अधिक प्रशासनिक पदाधिकारियों को तैनात किया गया है।
अस्पताल भवन की छत से देखेंगे सूर्यग्रहण
वैज्ञानिक तारेगना में नवनिर्मित अस्पताल भवन की छत से सूर्यग्रहण देखेंगे। इस कारण अस्पताल के आसपास बैरिकेड लगाए गए हैं। तारेगना में सुरक्षा व्यवस्था के लिए बिहार पुलिस के अलावा अद्र्घसैनिक बल भी लगाए गए हैं। तारेगना रेलवे स्टेशन पर भी आने-जाने वाले लोगों पर पैनी निगाह रखी जा रही है।
इधर, पटना के गांधी मैदान में भी सूर्यग्रहण देखने की विशेष व्यवस्था की गई है। गांधी मैदान में एक बड़े पर्दे पर छिद्र कर सोलर फिल्टर लगाए जा रहे हैं। भारत ज्ञान विज्ञान समिति के प्रो़ सच्चिदानंद के मुताबिक 150 छिद्र बनाए जाने की योजना है ताकि एक साथ 150 व्यक्ति इस अद्भुत नजारे का आनंद ले सकें।
देश-विदेश के वैज्ञानिक पहुंचे
पटना के तारामंडल के निदेशक अमिताभ घोष के मुताबिक कोलकता के बिड़ला तारामंडल के रिसर्च एंड एजुकेशन के निदेशक भी अपनी टीम के साथ पटना आएंगे। उन्होंने बताया कि तारेगना में सूर्यग्रहण देखने के लिए पोलैंड की एक टीम भी पहुंच चुकी है। इसके अलावा नैनीताल के आर्यभट्ट शोध संस्थान तथा दिल्ली के स्पेस सेंटर से वैज्ञानिकों का दल पटना पहुंच चुका है।
ज्ञात हो कि वैज्ञानिकों के मुताबिक सूर्यग्रहण के सेंट्रल लाईन पर होने के कारण तारेगना से सूर्यग्रहण अधिक समय तक दिखेगा। वैज्ञानिकों के अनुसार 22 जुलाई को सूर्योदय 5:11 बजे होगा। सूर्यग्रहण लगभग साढ़े पांच बजे सुबह से शुरू होकर 6:25 तक रहेगा। पटना और तरेगना में इसे तीन मिनट 47 सेकेंड तक बेहतर ढंग से देखा जा सकता है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।