कलाम की तलाशी पर संसद में हंगामा, विमानन कंपनी को नोटिस (राउंडअप)
संसद के ऊपरी सदन राज्यसभा में कलाम की तलाशी मामले की जोरदार गूंज सुनाई पड़ी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यों ने कलाम की तलाशी को निंदनीय करार देते हुए विमानन कंपनी का लाइसेंस रद्द करने की मांग की। सदन में शून्यकाल के दौरान विपक्ष के नेता अरुण जेटली द्वारा इस मामले को उठाए जाने के बाद उपाध्यक्ष के. रहमान खान ने कहा, "पूरे सदन की भावना है कि यह एक गंभीर मुद्दा है। मुझे आशा है कि सरकार इस पर ध्यान देगी और कार्रवाई करेगी।"
विपक्षी सदस्यों के रुख को देख नागरिक उड्डयन मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने राज्यसभा में कहा, "डा. कलाम की तलाशी अक्षम्य है। सदन की भावना के अनुरूप इस मामले में कार्रवाई की जाएगी।"
उन्होंने कहा कि जानबूझकर कानून का उल्लंघन करने के कारण एयरक्राफ्ट एक्ट की धारा 11 ए के तहत कांटिनेंटल एयर लाइंस को नोटिस जारी किया गया है। पटेल ने कहा कि तलाशी या उस तरह की कोई भी कार्रवाई अक्षम्य है क्योंकि पूर्व राष्ट्रपति और कुछ अन्य विशिष्ट लोगों को सुरक्षा जांच से छूट है।
ज्ञात हो कि हाल ही में इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर नेवार्क के लिए उड़ान का इंतजार कर रहे पूर्व राष्ट्रपति कलाम के पूरे शरीर की तलाशी ली गई थी, यहां तक की उनसे जूते उतारने को भी कहा गया था।
उधर अमेरिकी विमानन कंपनी कांटिनेंटल एयर लाइंस ने एक बयान जारी कर कहा है कि सुरक्षा जांच अमेरिका जाने वाले सभी यात्रियों के लिए अनिवार्य है और इसमें कोई भी अपवाद नहीं है।
कंपनी ने कहा, "अमेरिकी गृह सुरक्षा विभाग के नियमों व आवश्यकताओं का कांटिनेंटल एयरलाइन्स अनुसरण करती है। इसी के तहत अमेरिका जाने वाले सभी यात्रियों की सुरक्षा जांच होती है। सभी कंपनियां इस नियम का अनुसरण करती हैं। इस नियम में कोई भी अपवाद नहीं है।"
कांटिनेंटल एयर लाइंस के भारत मामलों के वरिष्ठ निदेशक लॉरेंट रिकौरा ने कहा, "हमारा विश्वास है कि डा. कलाम का अपमान नहीं किया गया है और उनके द्वारा हमें अपनी सेवा का मौका देने के लिए हम उन्हें फिर से धन्यवाद देते हैं।"
उधर, इस विवाद के संबंध में कलाम के निजी सचिव एच. शेरीदन ने कहा, "तलाशी के बारे में कलाम ने कोई शिकायत नहीं की थी। हर किसी की जांच हो रही थी और उनके साथ भी यही हुआ।"
शेरीदन ने कहा, "वैसे भी कलाम प्रोटोकाल की औपचारिकता छोड़ चुके हैं।"
शेरिदन ने कहा, "उस तारीख तक विदेश यात्रा के लिए कलाम की तलाशी नहीं हुई थी। वह पहला मौका था। हालांकि जब भी वह विदेश जाते हैं तो वह सामान्य सुरक्षा घेरे से ही गुजरते हैं।"
उल्लेखनीय है कि देश के कुछ अतिविशिष्ट लोगों को सुरक्षा जांच से परे रखा गया है और यह नियम निजी विमान कंपनियों पर भी लागू होता है।
इसमें राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, पूर्व राष्ट्रपति, लोकसभा अध्यक्ष, राज्यों के मुख्यमंत्री, सर्वोच्च न्यायालय व उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश, कैबिनेट सचिव, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके परिवार के सदस्य शामिल हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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