कसाब की स्वीकारोक्ति इकबालिया बयान नहीं : काजमी
अदालत की सुनवाई बुधवार तक के लिए स्थगित होने के बाद अदालत के बाहर संवाददाताओं से बातचीत में काजमी ने कहा कि कसाब की स्वीकारोक्ति विशेष न्यायाधीश के उस सवाल के जवाब में सामने आई जिसमें उन्होंने पूछा था कि वह खुद को दोषी क्यों ठहराना चाहता है।
उन्होंने यह भी दावा किया कि पुलिस कसाब को 'मानसिक यातनाएं' दे रही है। काजमी के मुताबिक कसाब ने कहा कि ड्यूटी अफसर ने उसे सूचित किया कि पाकिस्तान ने किस तरह यह स्वीकार किया कि कसाब पाकिस्तानी नागरिक है और इस मामले में पाकिस्तान में मुकदमे चलाए जाएंगे।
काजमी ने कहा कि अबु जुंदाल नामक भारतीय सूत्र के बारे में कसाब के खुलासे की सुरक्षा एजेंसियों और अभियोजन के द्वारा गंभीरता से जांच किए जाने की जरूरत है।
इस पर विशेष लोक अभियोजक उज्जवल निकम ने बचाव पक्ष के वकील का विरोध करते हुए कहा कि यह मामले की सुनवाई में देर किए जाने की चाल है।
निकम ने कहा, "पिछले तीन महीने में हमने 135 गवाहों को अदालत में पेश किया है और हम चाहते हैं कि इस मामले की सुनवाई जल्द से जल्द पूरी हो।"
निकम ने कहा कि कसाब की स्वीकारोक्ति पर वह पुलिस अधिकारियों के साथ चर्चा करेंगे कि क्या उसने हमले के संबंध में सभी विवरणों का खुलासा कर दिया है। क्या उसका अपराध साबित होता है और कि उसके लिए किस तरह की सजा की मांग की जाए।
निकम ने कहा, "पुलिस अधिकारियों के साथ चर्चा के बाद बुधवार को अदालत के सामने हम अपनी बहस हो आगे बढ़ाएंगे।"
कसाब ने मंगलवार को अदालत में मुंबई हमले के संबंध में कुछ और खुलासा किया। इसमें उसने छत्रपति शिवाजी टर्मिनस पर अपने साथी अबु इस्माइल के साथ हमले का विवरण दिया।
कसाब ने हमले के उद्देश्य का भी खुलासा किया जिसे विशेष न्यायाधीश ताहिलयानी ने देश में सांप्रदायिक सद्भाव बिगड़ने का हवाला देकर मीडिया कर्मियों को इसके प्रकाशन और प्रसारण पर प्रतिबंध लगा दिया।
कसाब की स्वीकारोक्ति के बाद विशेष न्यायाधीश ताहिलयानी ने मामले की सुनवाई बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी।
उल्लेखनीय है कि सोमवार को कसाब ने विशेष अदालत में मुंबई हमले के मामले में अपनी भूमिका स्वीकार कर ली थी और उसने आतंकी हमले की घटनाओं का ब्योरा भी दिया था। उसने खुद के पाकिस्तानी नागरिक होने के बात भी स्वीकार कर ली थी, जिससे कि अब तक वह इंकार करता रहा था।
पिछले साल 26 नवंबर को हुए मुंबई आतंकी हमले में करीब 180 लोगों की मौत हो गई थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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