आखिर कसाब ने कबूला अपना जुर्म
विशेष न्यायाधीश एम.एल. ताहिलयानी के समक्ष दिए बयान में कसाब ने कहा कि वह पाकिस्तानी नागरिक है और वह आतंकवादी हमलों को अंजाम देने के लिए कराची से मुंबई आया था।
उसने माना कि वह कराची से मुंबई समुद्री रास्ते से आया था। कसाब ने कोर्ट में अपने साथियों के नाम भी बताए हैं। आतंकी सरगना अबू हमजा और लखवी का भी नाम लिया है। लेकिन, कसाब ने अपनी गोली से किसी के मरने की बात नहीं मानी है।
सोमवार सुबह कसाब ने अचानक अपना गुनाह कबूलना शुरू किया तो उसके बचाव पक्ष के वकील भी चौंक गए। सूत्रों के अनुसार वकील को भी अंदाजा नहीं था कि कसाब इस तरह से गुनाह कबूल लेगा। उसने कोर्ट के सामने कहा कि 'हमले के मुख्य साजिशकर्ता जमात-उद-दावा का प्रमुख हाफिज सईद और जकी उर्र रहमान लखवी हैं, जो पाकिस्तान में हैं'।
यह भी कहा है कि उसके साथियों ने कुबेर नाम के बोट को अगवा किया था। उसके साथी अल हुसैनी नाम के छोटी नाव से भारत की ओर बढ़े थे। सरकारी वकील उज्जवल निकम ने इसे सभी के लिए बड़ी जीत बताया है।
उल्लेखनीय है कि मुंबई हमले में 10 पाकिस्तानी आतंकियों के शामिल होने की बात भारतीय सुरक्षा एजेंसियां कह रही हैं। इनमें से 9 आतंकी हमले के दौरान ही मार डाले गए थे। अकेला कसाब ही जिंदा पकड़ा गया था। उसने पुलिस के सामने हमले की बात कबूल ली थी। लेकिन, बाद में अपने वकील के सामने वह बयान से पलट गया था। लेकिन, आज जब विशेष अदालत में सुनवाई शुरू हुई तो उसने गुनाह कबूलना शुरू कर दिया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।