रीता बहुगुणा जोशी को अंतरिम जमानत, जेल से रिहा (लीड-2)
इस बीच केंद्रीय कोयला राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता श्रीप्रकाश जायसवाल ने जोशी के आवास पर हुई आगजनी की घटना की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की मांग की। उधर पुलिस ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के विधायक जितेंद्र सिंह बबलू और पार्टी के एक अन्य नेता इंतजार आब्दी को आगजनी के आरोप में नामजद किया है।
मुरादाबाद जेल से अंतरिम जमानत पर रिहा हुई रीता बहुगुणा जोशी ने जेल से निकलते ही मायावती पर हमला बोला और कहा कि वह महिलाओं के सम्मान के लिए आवाज उठाती रहेंगी, चाहे इसके लिए उन्हें सौ बार जेल जाना पड़े।
मुरादाबाद जिला न्यायालय ने शनिवार को 29 जुलाई तक के लिए जोशी को अंतरिम जमानत दे दी। जेल से बाहर निकालने के बाद एक समाचार चैनल से बातचीत के दौरान जोशी ने मुख्यमंत्री मायावती पर हमला करते हुए कहा, "मैंने अपने बयान पर पहले ही खेद व्यक्त कर दिया था, लेकिन उसके बावजूद उन्होंने मेरे ऊपर ऐसी गंभीर आपराधिक धाराएं लगवाईं, जो कि नहीं लगवानी चाहिए थीं।"
जोशी ने आरोप लगाया कि मायावती के इशारे पर ही मेरे घर में आग लगाई गई। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के खिलाफ उनका राजनीतिक संघर्ष जारी रहेगा।
इससे पहले जोशी को मुरादाबाद के अतिरिक्त जिला न्यायाधीश (एडीजे) ने 30-30 हजार के दो निजी निजी मुचलकों पर अंतरिम जमानत दी। मुख्यमंत्री मायावती के खिलाफ अभद्र टिप्पणी के करने के आरोप में जोशी को बुधवार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया था।
इस बीच केंद्रीय कोयला राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता श्रीप्रकाश जायसवाल ने रीता बहुगुणा जोशी के आवास पर हुई आगजनी की घटना की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की मांग की है।
लखनऊ स्थित पार्टी मुख्यालय में शनिवार को संवाददाताओं से बातचीत में जायसवाल ने कहा कि जोशी के आवास को जलाना एक निंदनीय घटना है और इस पूरी घटना को सत्तारुढ़ बसपा के कार्यकर्ताओं द्वारा पुलिस की नाक के नीचे सुनियोजित साजिश के तहत अंजाम दिया गया है। संवाददाताओं से बातचीत से पहले जायसवाल ने यहां सरोजनी नायडू मार्ग स्थित जोशी के जले हुए घर का मुआयना भी किया।
जायसवाल ने मायावती पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री जैसा चाहेंगी वैसा ही होगा। यहां सब कुछ उनके इशारे पर ही होता है। सूबे में अगर ऐसा निजाम होगा तो आम जनता के साथ क्या हो सकता है, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।
कोयला राज्यमंत्री ने जोर देते हुए कहा अगर उत्तर प्रदेश सरकार तनिक भी न्यायप्रिय है तो इस पूरे मामले की सीबीआई जांच कराए, जिससे कि दूध का दूध और पानी का पानी होकर सामने आ सके।
उन्होंने कहा कि यह शर्मनाक है कि बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के गुंडों ने इस तबाही को अंजाम दिया और इसके लिए कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार ठहराने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि इस पूरी घटना पर बसपा आलाकमान को खेद प्रकट करना चाहिए।
उधर, पुलिस ने जोशी के मकान में आगजनी के आरोप में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के विधायक जितेंद्र सिंह बबलू और पार्टी के एक अन्य नेता इंतजार आब्दी को नामजद किया है।
पुलिस के मुताबिक कांग्रेस की प्रदेश इकाई के प्रवक्ता सुबोध श्रीवास्तव द्वारा दी गई तहरीर को पुलिस ने शुक्रवार शाम अपनी ओर से दर्ज मुकदमे के साथ जोड़ लिया। श्रीवास्तव ने अपनी तहरीर में फैजाबाद के बसपा विधायक बबलू और एक अन्य नेता आब्दी पर आगजनी में शामिल होने का आरोप लगाया था।
लखनऊ के हुसैनगंज पुलिस स्टेशन के निरीक्षक बी. आर. सरोज ने आईएएनएस से बातचीत में दोनों को नामजद किए जाने की पुष्टि की है। पुलिस इनकी भूमिका की जांच के बाद ही कोई कार्रवाई किए जाने की बात कह रही है।
लखनऊ के पुलिस प्रमुख प्रेम प्रकाश ने शनिवार को लखनऊ में संवाददाताओं को बताया कि मामले की पड़ताल की जा रही है।
इससे पहले इस मामले में गिरफ्तार किए गए पांच लोगों गुड्डू यादव, शिव कुमार सिंह, इंदर सिंह, जमीर खान और सुसज्जित तिवारी को शुक्रवार को जेल भेज दिया गया। पुलिस का कहना है कि इन लोगों को उस वक्त गिरफ्तार किया गया जब वे बुधवार देर रात जोशी के मकान में आगजनी के बाद वहां से फरार होने की कोशिश कर रहे थे।
गौरतलब है कि बुधवार को मुख्यमंत्री मायावती के खिलाफ जोशी की कथित अपमानजनक टिप्पणी के बाद उनके लखनऊ स्थित आवास में आग लगा दी गई थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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