त्रिशूर के गुरुवायूर मंदिर में हाथियों की पूजा
इसी मंदिर के परिसर में स्थित वादूकुनाथन मंदिर में 46 हाथियों के लिए प्रार्थना रखी गई। इस प्रार्थना में 10,000 से अधिक लोग मौजूद थे। यह परंपरा प्रत्येक चार साल में दोहराई जाती है।
मंदिर के प्रबंधक एम.जी. जगदीश ने कहा, "गज पूजा हाथियों की सलामती के लिए की जाती है। यह पूजा चार साल में एक बार होती है।"
गुरुवायूर मंदिर में रहने वाले 65 हाथियों की पूजा करने के बाद उन्हें विशेष कार्यक्रम के तहत एक महीने के लिए खास प्रकार के भोजन पर रखा जाएगा।
इस दौरान हाथियों को गन्ना, दालें, केले और अन्य प्रकार के फल खाने के लिए दिए जाएंगे। इसी कार्यक्रम के दौरान हाथियों की सेहत की भी जांच की जाएगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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