पाक से वार्ता को लेकर प्रधानमंत्री के बयान पर भाजपा का लोकसभा से बहिर्गमन (लीड-1)
मनमोहन सिंह द्वारा पाकिस्तानी प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी के साथ शर्म अल-शेख में हुई अपनी मुलाकात पर लोकसभा में एक बयान पढ़े जाने के तुरंत बाद, भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी ने कहा, "आपने आतंकवाद और समग्र बातचीत को अलग-अलग कर दिया है। आपने इस पर निर्णय लेने में सात महीने क्यों लगाए?"
इस पर पूर्व विदेश मंत्री और वर्तमान वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने कहा, "यदि विपक्ष चाहता है तो हम इस पर एक व्यवस्थित चर्चा करा सकते हैं। इस सदन में प्रधानमंत्री से उनके बयान पर स्पष्टीकरण मांगने का कोई प्रावधान नहीं है।"
इस पर आडवाणी ने कहा, "हम इस पर एक व्यवस्थित बहस करेंगे, लेकिन विरोध के प्रतीक स्वरूप मैं चाहूंगा कि मेरी पार्टी इस मुद्दे पर सदन से बहिगर्मन करे।"
आडवाणी ने आरोप लगाया कि भारत ने पाकिस्तान सरकार के उस आग्रह के आगे घुटने टेक दिए हैं कि आतंकी समूहों के खिलाफ कार्रवाई को बातचीत की बहाली प्रक्रिया से नहीं जोड़ा जाना चाहिए।
ज्ञात हो कि मनमोहन सिंह ने फ्रांस और मिस्र की अपनी यात्रा पर निकलने के पहले कहा था कि पाकिस्तान के साथ अर्थपूर्ण बातचीत इस्लामाबाद द्वारा मुंबई हमले के आरोपियों के खिलाफ की गई कार्रवाई पर निर्भर करेगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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