माया के खिलाफ सभी पार्टियां एकजुट

By Staff
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UP Chif Minister Mayawati
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती के खिलाफ कथित अभद्र टिप्पणी करने के आरोप में कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई की अध्यक्ष रीता बहुगुणा जोशी की गिरफ्तारी पर लगभग सभी राजनैतिक दलों ने आपत्ति जताई है। बहुगुणा की गिरफ्तारी और लखनऊ स्थित उनके आवास पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के कार्यकर्ताओं के हमले की निंदा करते हुए कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) सहित लगभग सभी दलों ने मुख्यमंत्री मायावती को बर्खास्त कर राज्य में राष्ट्रपति शासन की मांग की है।

भाजपा सांसद मेनका गांधी ने उत्तर प्रदेश सरकार पर बिना किसी कारण लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजने का आरोप लगाया है। मेनका ने कहा "रीता बहुगुणा जोशी ने ऐसा क्या कह दिया। उन्होंने अपने बयान के लिए माफी भी मांग ली है। वह अपने मन की बात तो बोल ही सकती हैं। यह किस तरह का लोकतंत्र है। राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा दिया जाना चाहिए।"

मायावती की तानाशाही

सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के पुत्र सांसद अखिलेश यादव ने पत्रकारों से चर्चा में मायावती को तानाशाह करार देते हुए कहा "राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। वहां मायावती का तानाशाही शासन चल रहा है। इसलिए हम राज्य सरकार को बर्खास्त किए जाने की मांग कर रहे हैं।"

भाजपा उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने इस घटना को दलितों को लुभाने के लिए उठाया गया राजनीतिक कदम बताया। नकवी ने कहा, "जोशी ने जो कुछ भी कहा है, हम उसे उचित नहीं ठहरा रहे हैं लेकिन इस घटना के बाद बसपा कार्यकर्ताओं ने जो कुछ भी किया वह राजनीति से प्रेरित है। उन्होंने कहा, "कांग्रेस और बसपा मुख्य मुद्दों से समाज का ध्यान हटाने के लिए इस प्रकार की राजनीति कर रहे हैं।"

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के नेता डी. राजा ने जोशी की टिप्पणी की निंदा करतेहुए कहा कि "उनके घर पर जो हमला हुआ है उसे उचित नहीं ठहराया जा सकता है। लोकतंत्र में यह सब स्वीकार नहीं किया जा सकता।"

जंगल राज और आतंकवाद

कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने जोशी के आवास पर हुए हमले की निंदा करते हुए कहा, "यह जंगल राज और आतंकवाद से कम नहीं है।"कांग्रेस महासचिव व उत्तर प्रदेश के प्रभारी दिग्विजय सिंह ने इस घटना को राज्य प्रायोजित अपराध करार दिया है। उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, "हमें पूरी जानकारी है कि यह घटना कब हुई। राज्य के सभी वरिष्ठ अधिकारी उस वक्त मुख्यमंत्री के साथ बैठक कर रहे थे। मुख्यमंत्री के इशारे पर पूरे घटनाक्रम को अंजाम दिया गया है।"

उन्होंने कहा, "इस मामले में मुख्य अभियुक्त बसपा विधायक बबलू तिवारी है। उनके ही नेतृत्व में यह हमला हुआ है। पुलिस को पहले ही बता दिया था कि यह घटना होने वाली है। मीडियाकर्मियों को भी जोशी के घर पहुंचने के लिए कहा गया।" वहीं कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने भी जोशी के बयान को अनुचित ठहराते हुए कहा कि लखनऊ में जोशी के आवास पर जो कुछ हुआ वह पूरी तरह से निंदनीय है।

इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।

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