भारत-पाक के बीच तनाव बढ़ाने की कोशिशों में है लश्कर : संयुक्त राष्ट्र
संयुक्त राष्ट्र, 15 जुलाई (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र के एक अधिकारी का कहना है कि लश्कर-ए-तैयबा, तालिबान के साथ साठगांठ कर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ाने की कोशिशों में लगा हुआ है।
संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंध निगरानी दल के समन्वयक रिचर्ड बैरेट ने मीडिया से कहा है कि पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा और उत्तरी अफ्रीका, खासतौर से अल्जीरिया, अल कायदा और तालिबान कार्यकर्ताओं के लिए प्रतिबंध सूची में मुख्य योगदानकर्ता हैं।
बैरेट ने कहा कि मोरक्को, ट्यूनीशिया, माली, यमन, सऊदी अरबिया और मौरितानिया में भी भर्ती का काम तेज हो गया है।
उन्होंने कहा कि लश्कर ने तालिबान के साथ साठगांठ कर ली है और वह भारत व पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। बैरेट ने कहा, "मैं समझता हूं कि ये संगठन पाकिस्तान के लिए एक वास्तविक चिंता के विषय हैं।"
पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर ने बार-बार भारतीय हितों को निशाना बनाया है।
बैरेट ने कहा कि सोमालिया स्थित अल शबाब, आतंकी संगठनों की सूची में शामिल नहीं है, क्योंकि अल कायदा के साथ उसकी घनिष्ठता साबित नहीं हो पाई है।
बैरेट ने कहा कि फिलीपीन्स में मिंडैनो द्वीप स्थित अबु सय्याफ समूह के सदस्यों का अल कायदा के साथ जुड़ाव स्पष्ट हो गया है और उसके सदस्यों के नाम आतंकी सूची में शामिल हैं।
अल कायदा और तालिबान प्रतिबंध समिति के अध्यक्ष और संयुक्त राष्ट्र में आस्ट्रिया के राजदूत थॉमस मायर-हार्टिग ने कहा है कि प्रतिबंध सूची में मृत लोगों के नाम और बिना किसी जानकारी के प्रविष्टियां शामिल हैं।
उन्होंने कहा, "मृत लोगों का नाम दर्ज करना प्रतिबंध सूची का मकसद नहीं है।"
प्रतिबंध सूची में 513 प्रविष्टियां हैं। इनमें 402 व्यक्ति और 111 कंपनियां शामिल हैं। ये सभी यात्रा प्रतिबंध, संपत्ति जब्ती और हथियार प्रतिबंध का सामना कर रहे हैं। सूची में 38 मृतकों के नाम शामिल हैं।
सूची में शामिल एक तिहाई लोगों की जन्म तारीख और उनके पूरे नाम जैसी सामान्य जानकारियां लापता हैं। इस कारण प्रतिबंधों को लागू कर पाना असंभव हो गया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।