भारतीय मूल के शोधकर्ताओं ने कार हादसे रोकने की विधि ईजाद की
साउथ पेसिफिक विश्वविद्यालय के शोधकर्ता भिभ्या शर्मा के मुताबिक इस विधि के तहत रोबोटिक कारों को संदेश दिया जा सकेगा कि उन्हें कब, कैसे और किधर जाना है। इससे दुर्घटनाओं को रोकने और यातायात जाम कम करने में मदद मिलेगी।
उनका कहना है कि फ्लोकिंग जैवविज्ञान से प्रेरित तकनीक और रोबोटिक्स में उपयोग की जाने वाली एक सामान्य प्रक्रिया है। फ्लोकिंग का एक मुख्य फायदा यह है कि इससे रोबोट साथ में कार्य कर सकते हैं और आगे चलकर लोगों को इससे फायदा हो सकता है।
उन्होंने बताया कि प्रत्येक कार एक केंद्रीकृत मस्तिष्क द्वारा नियंत्रित होगी और जिसे कारों को नियंत्रित करने वाली एल्गोरिद्म सीरीज से निर्देश मिलेंगे। मस्तिष्क एक-दूसरे से बात कर सकेंगे और कारों को लेन में मिलने और एकसाथ चलने के निर्देश दे सकेंगे।
उनके साथी शोधकर्ता उतेश चंद ने बताया कि कारों अपने लक्ष्य की दिशा में बढ़ेंगी और फिर खुद को अन्य के साथ पाएंगी। उनमें से एक को नेतृत्व संभालने की स्थिति में होगी।
शोधकर्ताओं की टीम ने लक्ष्य की ओर बढ़ने, कारों को उनकी लेन तक सीमित रहने योग्य बनाने और उनकी टक्कर रोकने के लिए समीकरण बनाए हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।