हीरों की नगरी पन्ना में नहीं बनेगा डायमंड पार्क
हीरों का पर्याय पन्ना जिले को माना जाता है, जहां बेशकीमती हीरे पाए जाते हैं। यहां हीरे की कई उथली खदानें है और राष्ट्रीय खनिज विकास निगम लिमिटेड, मझगवां द्वारा निकाले जाने वाले हीरो की नीलामी भी की जाती है। कांग्रेस के श्रीकान्त दुबे द्वारा पूूछे गए सवाल के जवाब में वन राज्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने बताया है कि पन्ना में डायमंड पार्क बनाने का प्रस्ताव पूर्व में अस्वीकृत किया जा चुका है और वर्तमान में ऐसा कोई प्रस्ताव लंबित भी नहीं है।
वन राज्यमंत्री के मुताबिक पन्ना में बेशकीमती हीरा तो पाया जाता है मगर उसके विक्रय का कोई स्थाई बाजार वहां नहीं है। साल के चार माह जनवरी, अप्रैल, जुलाई और अक्टूबर में शासकीय तौर पर हीरों की नीलामी की जाती है। इसी तरह एनएमडीसी भी हीरों की नीलामी करता है।
उन्होंने बताया है कि पन्ना में डायमंड पार्क की स्थापना के लिए सरकार को डायमंड पार्क स्थापना का 2005 में प्रस्ताव भेजा गया था, जिसे प्रदेश के उद्योग संचालनालय ने अमान्य कर दिया था। संचालनालय का तर्क है कि पन्ना में कच्चे माल की उपलब्धता की कमी है। इतना ही नहीं पार्क की स्थापना और परियोजना की सफलता के लिए जिस आर्थिक संसाधन की जरूरत होती है वह भी पन्ना में नहीं है। लिहाजा वहां डायमंड पार्क की स्थापना संभव नहीं है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।