कार्डिफ़ टेस्ट में इंग्लैंड की आख़िरी जोड़ी जेम्स एंडरसन और मोंटी पनेसर ने 40 मिनट तक ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज़ों का सामना किया और विकेट नहीं गिरने दिया. आख़िरकार रोमांच से भरा ऐशेज़ सिरीज़ का पहला टेस्ट ड्रॉ हो गया. कार्डिफ़ टेस्ट के आख़िरी दिन इंग्लैंड को तमाम मुश्किलों का सामना करना पड़ा.
ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज़ इंग्लैंड को दूसरी पारी में ऑल आउट नहीं कर सके. पाँचवें दिन का खेल जब ख़त्म हुआ, उस समय इंग्लैंड ने नौ विकेट के नुक़सान पर 252 रन बना लिए थे. इंग्लैंड ने पहली पारी में 435 रन बनाए थे. जबकि ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी छह विकेट के नुक़सान पर 674 रन बनाकर समाप्त घोषित कर दी थी. इस तरह ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी के आधार पर 239 रनों की बढ़त मिली थी.
रिकी पोंटिंग को मैन ऑफ़ द मैच
ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी में शानदार 150 रन बनाने वाले कप्तान रिकी पोंटिंग को मैन ऑफ़ द मैच चुना गया. पाँचवें दिन का खेल जब शुरू हुआ, उस समय इंग्लैंड का स्कोर दो विकेट के नुक़सान पर 20 रन था. लेकिन जल्द ही इंग्लैंड के विकेट गिरने का सिलसिला शुरू हो गया.
केविन पीटरसन आठ रन तो कप्तान एंड्रयू स्ट्रॉस 17 रन बनाकर आउट हो गए, लेकिन पूर्व कप्तान पॉल कॉलिंगवुड डटे रहे और बेहतरीन पारी खेली. इस बीच मैथ्यू प्रॉयर 14 और फ़्लिंटफ़ 26 रन बनाकर आउट हो गए. एक समय ऐसा लग रहा था कि ऑस्ट्रेलिया पारी से जीत जाएगा.
आठवें विकेट के लिए ग्रैम स्वान और कॉलिंगवुड ने 62 रनों की अहम साझेदारी की. स्वान के 31 रन पर आउट हो जाने के बाद एक बार फिर पलड़ा ऑस्ट्रेलिया की ओर झुक गया. पूर्व कप्तान कॉलिंगवुड जब 74 रन बनाकर आउट हुए, उस समय इंग्लैंड की टीम ऑस्ट्रेलिया से छह रन पीछे थे. ऑस्ट्रेलिया को एक बार फिर जीत क़रीब दिख रही थी.
ऑस्ट्रेलिया के चार शतक
जेम्स एंडरसन और मोंटी पनेसर ने ऑस्ट्रेलिया आक्रमण का साहस से सामना किया और आउट नहीं हुए. कार्डिफ़ टेस्ट की पहली पारी में इंग्लैंड ने 435 रन बनाए थे. इस स्कोर में पीटरसन के 69, कॉलिंगवुड के 64 और प्रॉयर के 56 रन शामिल थे. ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में शानदार बल्लेबाज़ी की और छह विकेट पर 674 रन बनाकर पारी समाप्त घोषित की.
इस पारी में ऑस्ट्रेलिया की ओर से चार शतक लगे. साइमन कैटिच ने 122, कप्तान रिकी पोंटिंग ने 150, मार्कस नॉर्थ ने 125 और ब्रैड हैडिन ने 121 रन बनाए. इस टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के नाथन हॉरिट्ज़ ने कुल छह विकेट लिए. मिचेल जॉनसन और बेन हिलफ़ेनॉस ने पाँच-पाँच विकेट लिए.
इंग्लैंड के गेंदबाज़ों को सिर्फ़ एक पारी में गेंदबाज़ी का मौक़ा मिला. जिसमें जेम्स एंडरसन ने दो विकेट लिए. जबकि स्टुअर्ट ब्रॉड, मोंटी पनेसर, एंड्रयू फ़्लिंटफ़ और पॉल कॉलिंगवुड को एक-एक विकेट मिले.