विवादास्पद बांध पर मनमोहन और हसीना में हो सकती है चर्चा
हसीना सरकार पर बढ़ते दबाव को देखते हुए भारत और बांग्लादेश ने इस मुद्दे पर चर्चा की इच्छा जाहिर की है। बांग्लादेश के विपक्षी दल और पर्यावरणविदों का आरोप है कि बराक नदी पर बनने वाले बांध से नदी जल में उसकी हिस्सेदारी की अनदेखी होगी और पर्यावरण को नुकसान होगा।
उल्लेखनीय है कि गुटनिरपेक्ष देशों का 15वां शिखर सम्मेलन मिस्र के शर्म-अल-शेख में 15-16 जुलाई को होगा।
बांग्लादेश की विदेशमंत्री दीपू मोनी ने पिछले हफ्ते नई दिल्ली यात्रा के दौरान भारत के सामने तिपाईमुख बांध पर चर्चा की इच्छा रखी थी।
बांध निर्माण स्थल का संसदीय और पर्यावरण विशेषज्ञों द्वारा दौरा करने के भारत के मई में दिए गए प्रस्ताव को बांग्लादेश ने सिद्धांत रूप में स्वीकार कर लिया है।
विपक्ष की नेता खालिदा जिया द्वारा बांध स्थल पर जाने वाले प्रतिनिधिमंडल में अपनी पार्टी के सदस्यों का नाम नहीं दिए जाने के कारण दौरे की तिथि तय नहीं हो पा रही है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।