श्रीधरन ने इस्तीफा वापस लिया, ताजा हादसे में 6 घायल (राउंडअप)
श्रीधरन ने रविवार को राजधानी के जमरूदपुर इलाके में हुए मेट्रो रेल हादसे की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। हादसे में छह लोगों की मौत हो गई थी।
उधर, केंद्रीय शहरी विकास मंत्री एस. जयपाल रेड्डी ने संसद में कहा कि मेट्रो के निर्माणाधीन पुल के ढहने की घटना राष्ट्रमंडल खेलों के लिए निर्माण कार्य पूरा करने की जल्दबाजी के कारण नहीं घटी। उन्होंने कहा कि केंद्रीय सचिवालय और बदरपुर लाइन का काम निर्धारित समय सितंबर 2010 तक पूरा कर लिया जाएगा।
दिल्ली मेट्रो के प्रवक्ता अनुज दयाल ने कहा, "डीएमआरसी के प्रमुख डॉ. ई. श्रीधरन ने मुख्यमंत्री की ओर से कल रात 11 बजे मिले पत्र को देखते हुए इस्तीफा वापस लेने का फैसला किया है।" उन्होंने यह कहा कि सोमवार की घटना में कोई व्यक्ति गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ।
दयाल ने कहा, "उपराज्यपाल तेजेंद्र खन्ना और केंद्रीय शहरी विकास मंत्री एस. जयपाल रेड्डी ने भी श्रीधरन से इस्तीफा वापस लेने का अनुरोध किया था।"
श्रीधरन ने सोमवार को दो बार दुर्घटना स्थल का दौरा किया लेकिन सोमवार सुबह डीएमआरसी की होने वाली नियमित साप्ताहिक बैठक में वह मौजूद नहीं थे।
श्रीधरन के इस्तीफा वापस लेने के फैसले का स्वागत करते हुए दीक्षित ने कहा, "वह बहुत वरिष्ठ व्यक्ति हैं। उन्होंने बहुत काम किया है। दुर्घटना की जांच के लिए एक आयोग का गठन किया गया है। देखते हैं क्या नतीजे सामने आते हैं। हम उन्हें चाहते हैं और हर कोई उन्हें चाहता है।"
श्रीधरन के इस्तीफे को अस्वीकार करने के बारे में दीक्षित ने कहा, "मैने ई. श्रीधरन का इस्तीफा इसलिए खारिज कर दिया क्योंकि दिल्ली मेट्रो एक ऐसी परियोजना है जो न केवल दिल्ली के लिए जरूरी है बल्कि इसने दिल्ली को गौरवान्वित किया है। इतनी तेजी से इसका विकास केवल श्रीधरन के कारण ही संभव हो सका।"
इस बीच सोमवार सुबह दुर्घटना स्थल पर जारी राहत कार्य के दौरान एक लाचिंग गार्डर को सहारा देने वाली तीन विशाल क्रेनों के गिरने से छह व्यक्ति घायल हो गए। हादसा उस समय हुआ जब पुल के टुकड़ों के बीच में फंसे लांचर को निकालने के दौरान तीन क्रेनें एक-एक करके गिर पड़ीं, जिससे छह लोग घायल हो गए। घायलों को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती करवाया गया।
हादसे के समय मौके पर मेट्रो के लगभग 200 कर्मचारी और इंजीनियर उपस्थित थे। एक क्रेन नजदीक की कुछ दुकानों पर जा गिरी। सभी क्रेनों की भार क्षमता 250 टन थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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