सरकार ने माना, यमुना के जल की गुणवत्ता में कोई सुधार नहीं हुआ
पर्यावरण एवं वन राज्यमंत्री जयराम रमेश ने राज्यसभा में सोमवार को गुणवत्ता में कोई सुधार नहीं होने की बात को स्वीकारते हुए बताया कि एक बड़ी राशि खर्च करने के बावजूद यमुना के जल की गुणवत्ता में कोई सुधार नहीं हुआ है।
रमेश ने भारतीय जनता पार्टी के रामदास अग्रवाल के सवाल के जवाब में कहा वाईएपी के तहत 872.15 करोड़ रुपये खर्च किया गया है। इससे हर रोज 75.3 करोड़ लीटर मलजल उपचार क्षमता का विकास किया गया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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