मध्य प्रदेश में खोजी गई एक किलोमीटर लंबी गुफा
रायसेन जिले की बरेली तहसील के पाटनी गांव के करीब स्थित है मृगेन्द्र नाथ की गुफा। इस गुफा तक पहुंचना आसान नहीं है। टेढ़े मेढ़े रास्तों और चट्टानों को पार करते हुए इस गुफा तक पहुंचना होता है। गुफा की शुरुआत में बजरंग बली की प्रतिमा है और पत्थर पर शिव चरण उकेरे गए हैं। लगभग 100 मीटर का रास्ता तय करने के बाद अनेक ऐसी चट्टानें मिलती है जिनपर जानवरों की अनेक आकृतियां उकेरी गई है।
गुफा के प्रवेश द्वार पर खड़े होते ही ठंडी हवाओं के झौंके मदमस्त कर देते हैं। यह गुफा इतनी संकरी है कि एक बार में एक व्यक्ति ही जा सकता है। उसे भी गुफा में सहजता से नहीं बल्कि चट्टानों से चिपक कर ऐसे चलना पड़ता है जैसे छिपकली रास्ता तय कर रही हो। गुफा के अंदर प्राकृतिक पत्थर के विभिन्न स्वरूप देखने को मिलते हैं। गुफा आगे चलकर काफी चौड़ी हो जाती है और उसके चारों ओर भूल भुलैया जैसे कई छोटे रास्ते नजर आने लगते है।
बीते दिनों प्रदेश के संस्कृति मंत्री लक्ष्मीकान्त शर्मा, संस्कृति सचिव मनोज श्रीवास्तव, पुरातत्व आयुक्त ज़े एल़ मालपानी ने इस गुफा का दौरा किया। बारिश होने के कारण ये लोग भी आसानी से गुफा तक नहीं पहुंच पाए। उन्हें वहां तक पहुंचने के लिए तीन किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ा।
संस्कृति मंत्री शर्मा ने कहा है कि इस गुफा को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किए जाने की पर्याप्त संभावनाएं है। इसके लिए वे एक विस्तृत रिपोर्ट प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सौपेंगे। साथ ही पुरातत्व की दृष्टि से इसका गहन सर्वेक्षण कराया जाएगा और इसके संरक्षण व विकास के प्रयास किए जाएंगे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।