अनियमित मानसून से हिमाचल में टमाटर की फसलों को भारी क्षति
अतिरिक्त निदेशक (कृषि) एच.आर.शर्मा ने आईएएनएस को शिनवार को बताया, "टमाटर उत्पादक क्षेत्रों में मानसून पूर्व और मानसून के दौरान पिछले दो महीनों से बारिश न होने के कारण उत्पादन में 35 से 40 प्रतिशत की गिरावट आई है।"
उन्होंने कहा कि सोलन, सिरमौर, शिमला, हमीरपुर और बिलासपुर जिलों में टमाटर की फसलें बुरी तरह प्रभावित हुई हैं।
सोलन थोक सब्जी मंडी में एक विक्रेता राहुल जैसवाल ने कहा कि आपूर्ति की कमी के कारण कुछ ही सप्ताह में टमाटर की कीमतें तीन गुना से ज्यादा बढ़ गई हैं।
उन्होंने कहा, "इन दिनों टमाटर तीन गुना से ज्यादा कीमत पर बिक रहा है। दिल्ली व चंडीगढ़ के बाजारों में टमाटर 35 से 40 रुपये प्रति किलों की दर से बिक रहा है।"
हिमाचल प्रदेश उत्तर भारत में प्रमुख टमाटर उत्पादक राज्य है।
जैसवाल के अनुसार नई फसल आने तक यह स्थिति बनी रहेगी।
ज्ञात हो कि राज्य का 81 प्रतिशत कृषि क्षेत्र वर्षा सिंचित है।
मौसम विभाग कार्यालय के निदेशक मनमोहन सिंह ने कहा, "मानसून की स्थिति लगातार अनिश्चित बनी हुई है। राज्य का बड़ा हिस्सा वर्षा के अभाव से जूझ रहा है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।