कुपवाड़ा में हत्या के विरोध में घाटी में बंद
बंद का आह्वान सैयद अली शाह गिलानी की अध्यक्षता वाले हुर्रियत कांफ्रेंस के कट्टरपंथी धड़े ने किया था। बंद का श्रीनगर और घाटी के अन्य प्रमुख शहरों में व्यापक असर देखा गया। बंद की वजह से दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे और सड़कों पर सार्वजनिक वाहन नहीं चले। हालांकि सड़कों पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और पुलिसकर्मियों की भारी गश्त के बीच कुछ निजी वाहन देखे गए।
20 वर्षीय छात्रा की 160 प्रादेशिक सेना के एक जवान ने कथित तौर पर छेड़छाड़ के बाद हत्या कर दी थी। डोलिपोरा त्रेहगाम गांव और उसके आसपास के इलाकों में हिंसक प्रदर्शनों के बाद आशिक हुसैन पीर नाम के इस जवान को गुरुवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।
पीड़िता के संबंधियों का आरोप है कि जवान अपने कुछ साथियों के साथ पीड़िता के घर में उस समय जबरन दाखिल हो गया जब वह सो रही थी।
जिला मेजिस्ट्रेट ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आते ही इस मामले में कार्रवाई की जाएगी। उसके बाद गुरुवार को ग्रामीण उसके शव को दफनाने को राजी हुए।
इस घटना के विरोध में कुपवाड़ा की एक स्थानीय कार्रवाई समिति ने तीन दिन के बंद का आह्वान किया है। ऐहतियात के तौर पर जिला मेजिस्ट्रेट ने सभी शैक्षिक संस्थान बंद रखने का निर्देश दिया है।
इससे पहले शोपियां में दो युवतियों की कथित बलात्कार के बाद हत्या के मामले में भी घाटी में व्यापक विरोध प्रदर्शन भड़क उठे थे।
इस बीच मैसुमा में असरार अहमद डार नाम के लापता छात्र का शव मिलने के तीन दिन बाद शुक्रवार को भी तनाव बना रहा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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