गिलानी से मिलेंगे मनमोहन, लेकिन तिथि तय नहीं
बहरहाल गुट निरपेक्ष देशों के 15वें शिखर सम्मेलन के लिए मिस्र में एकत्र हो रहे दोनों नेताओं की वार्ता की कोई तिथि तय नहीं की गई है।
पहले भारत और पाकिस्तान के विदेश सचिव द्विपक्षीय वार्ता करेंगे, उसके बाद दोनों प्रधानमंत्रियों की बैठक होगी।
मनमोहन सिंह ने पिछले महीने कहा था कि वह पहले दोनों विदेश सचिवों की वार्ता के निष्कर्ष को देखेंगे और उसके बाद मध्य जुलाई में द्विपक्षीय समग्र वार्ता को आरंभ करने का निर्णय लेंगे।
रूस के येकेतिरेनबर्ग शहर से वापस नई दिल्ली लौटते समय उन्होंने संवाददाताओं से कहा था कि विदेश सचिवों की बैठक का मकसद यह पता लगाना है कि भारत के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों को रोकने के लिए पाकिस्तान क्या कर रहा है और उसकी क्या करने की योजना है।
विदेश सचिवों की बैठक 14 जुलाई को होगी। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह 14 जुलाई को मिस्र पहुंचेंगे। उनके साथ भारतीय प्रतिनिधिमंडल में विदेश मंत्री एस.एम.कृष्णा और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एम.के.नारायणन भी होंगे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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