वरुण को जेड प्लस सुरक्षा नहीं
केंद्र ने यह फैसला दिल्ली पुलिस व खुफिया ब्यूरो से पूरी रिपोर्ट मंगाने के बाद लिया है। रिपोर्ट के अनुसार वरुण गांधी को किसी प्रकार का कोई खतरा नहीं है। फिलहाल वरुण को विशेष श्रेणी की वाई सुरक्षा मुहैया कराई गई है, इसके तहत वरुण को हर समय तीन पीएसओ और एक पायलट वाहन मिलेगा। दिल्ली में रहने के दौरान एक एस्कार्ट वाहन भी राज्य पुलिस मुहैया कराएगी और घर पर हर समय 10 सुरक्षाकर्मियों का पहरा रहेगा।
गृह मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार वरुण की मां मेनका गांधी के प्रधानमंत्री को भेजे गए पत्र की भाषा से जहां गृह मंत्री पी. चिदंबरम बेहद नाराज हैं, वहीं पत्र के आरोपों को भी मंत्रालय ने सिरे से खारिज किया है। एक शीर्ष अधिकारी के मुताबिक, दिल्ली पुलिस व खुफिया एजेंसियों ने तो वरुण के लिए वाई श्रेणी की सुरक्षा की भी जरूरत नहीं बताई है, लेकिन कहीं कोई चूक न हो, इसलिए वाई श्रेणी की सुरक्षा उपलब्ध कराई गई है।
इससे पहले बीजेपी ने भी मंगलवार को वरुण की सुरक्षा बढ़ाने का मुद्दा संसद में उठाया। लोकसभा में पार्टी की उपनेता सुषमा स्वराज ने कहा कि वरुण गांधी की जान को खतरा है, इसलिए उन्हें बेहतर सुरक्षा मिलनी चाहिए।