96वें जन्मदिन के मौके पर भावुक हो गए ज्योति बसु (लीड-1)
इस मौके में सैकड़ों की तादाद में स्कूली बच्चों सहित पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने उन्हें जन्मदिन की बधाइयां दी और उनके लंबी उम्र की कामना की।
इस मौके पर अस्वस्थ होने के बावजूद बसु ने अपने घर आए लोगों के साथ कुछ समय बिताया। इस अवसर पर उनके साल्ट लेक स्थित आवास इंदिरा भवन में नृत्य व संगीत कार्यक्रम हुए।
बसु ने इस मौके पर राज्य के लोगों को अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा, "मैं स्वस्थ नहीं हूं। अब तो बिस्तर पर पड़ा रहता हूं लेकिन मैं आप सभी का स्वागत करता हूं।"
उन्होंने कहा, "आप सभी राज्य के शुभचिंतक हैं। आप सभी राज्य को समृद्ध होते देखना चाहते हैं। मैं आपके साथ हूं।"
बसु ने कहा कि वह शारीरिक रूप से कमजोर हो चुके हैं और आजकल बिस्तर पर पड़े रहते हैं। उन्होंने कहा, "मैं ठीक तरीके से चल भी नहीं सकता, लेकिन आप लोगों को देखकर मैंने कुछ समय आपके साथ बिताने का फैसला किया।"
बसु से मिलने आए पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी ने कहा, "मेरा सौभाग्य है कि मैंने उनके साथ काम किया। इस बड़ी भीड़ से लगता है कि उनके प्रति लोगों में कितना सम्मान है।"
चटर्जी को शुभकामना देने आए राज्य के परिवहन मंत्री सुभाष चक्रवर्ती ने बसु से कहा, " आपके नेतृत्व में राज्य में वामपंथी आंदोलन की इटें गढ़ी गई। हमें आपका नेतृत्व चाहिए। पश्चिम बंगाल की जनता आपको कभी भी धोखा नहीं देगी। वे कभी भी आपके द्वारा दिखाए गए रास्ते पर चलने से इंकार नहीं करेगी।"
कोलकाता के एक रईस परिवार में 8 जुलाई 1914 को जन्मे बसु ने लंदन में वामपंथी आंदोलन का ककहरा सीखा और फिर भारत आकर अविभाजित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के साथ जुड़ गए और देश में वामपंथी आंदोलन को एक नई दिशा दी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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