नेपाल में कोसी बैराज के मरम्मत की जिम्मेदारी भारतीय कंपनी को
नेपाल में आए मानसून और कोसी में पानी की मात्रा बढ़ने के कारण पिछले सप्ताह कोसी बैराज पर बने बैराज का एक फाटक बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।
बैराज की देखरेख के लिए जिम्मेदार बिहार सरकार ने नेपाल के सुनसारी जिले में क्षतिग्रस्त फाटक के निरीक्षण के लिए विशेषज्ञों का एक दल भेजा है, लेकिन उस दल के प्रमुख और बिहार के मुख्य मेकेनिकल अभियंता के.एन.लाल ने कहा कि क्षतिग्रस्त फाटक की मरम्मत वही कंपनी कर सकती है, जिसने उस बैराज का मूल रूप से निर्माण किया है।
ज्ञात हो कि कोसी बैराज का निर्माण वर्ष 1962 में कोलकाता की जेसोप कंपनी द्वारा किया गया था। इस कंपनी की स्थापना वर्ष 1788 में हुई थी और देश की आजादी के बाद यह सरकार की एक सहयोगी इकाई बन गई।
लाल के अनुसार क्षतिग्रस्त फाटक की मरम्मत के लिए 15 करोड़ रुपये की जरूरत होगी।
लाल ने कहा कि बिहार सरकार जेसोप को पत्र लिख कर कहेगी कि वह विशेषज्ञों का एक दल सुनसारी भेजे।
क्षतिग्रस्त फाटक के अलावा इस कंपनी से बैराज के बाकी सभी 55 फाटकों की मरम्मत के लिए भी कहा जाएगा।
ज्ञात हो कि पिछले वर्ष भारी वर्षा के कारण कोसी का तटबंध टूटने से सुनसारी और बिहार में भयानक बाढ़ आई थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।