चीनी नेताओं ने एकता का आह्वान किया, दंगा प्रभावित शहर में शांति (लीड-1)
समाचार एजेंसी डीपीए के मुताबिक एक विदेशी संवाददाता ने फोन पर कहा कि इलाके में काफी शांति है।
संवाददाता ने कहा कि तमाम आम नागरिक सड़कों पर टहल रहे थे और अपने-अपने सामान्य कारोबार के लिए शहर में जाते हुए दिखाई दे रहे थे।
संवाददाता ने आगे कहा कि इसके बावजूद शहर में दंगा पुलिस की कई टुकड़ियां गश्त कर रही हैं और यहां के जातीय उइगरों और हान चीनी समुदाय के बीच तनाव का वातावरण बरकरार है।
सरकारी चीनी सेंट्रल टेलीविजन ने खबर दी है कि बुधवार को उरुमकी में तमाम व्यापारिक प्रतिष्ठान और प्रमुख बाजार खुले रहे।
सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी के सरकारी समाचार पत्र पीपुल्स डेली ने बुधवार को प्रथम पृष्ठ पर अपने संपादकीय में स्थानीय नागरिकों से जातीय एकता के लिए काम करने और लोगों के हितों की रक्षा करने का आग्रह किया है।
कम्युनिस्ट पार्टी और जिंजियांग क्षेत्र के सरकार समर्थक मुस्लिम नेताओं ने मंगलवार को देर रात टेलीविजन के जरिए लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की।
चीनी विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि जी8 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने इटली गए राष्ट्रपति हू जिंताओ भी अपनी यात्रा बीच में छोड़ चीन के लिए रवाना हो गए।
इसके पहले उरुमकी शहर में कानून व्यवस्था की स्थिति बहाल होने के बाद बुधवार को सुबह ही वहां से कर्फ्यू हटा लिया गया था।
एक सरकारी प्रवक्ता ने कहा, "कर्फ्यू बुधवार को सुबह ही हटा लिया गया और अब स्थिति सामान्य है।"
ज्ञात हो कि जिंजियांग प्रांत की राजधानी उरुमकी के उइगर स्वायत्त क्षेत्र में रविवार को दंगा भड़क गया था। जून के अंतिम सप्ताह में एक खिलौना फैक्ट्री में हान चीनी समुदाय के श्रमिकों के साथ हुई लड़ाई में दो जातीय उइगरों की मौत के मामले की जांच को लेकर यह हिंसा भड़की थी।
चीनी प्रशासन ने कहा है कि दंगे में 156 लोगों की मौत हो गई और 1,080 लोग घायल हो गए। इस मामले में लगभग 1,500 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।