भारत सेटेलाइट फोन का मुद्दा पाकिस्तान के समक्ष उठाएगा
विदेश मंत्री एस.एम.कृष्णा ने संवाददाताओं से कहा,"हमें या पाकिस्तान को परेशानी होने पर हम हमेशा पारस्परिक रूप से मुद्दों को उठाते हैं।"
आतंकवादियों की गतिविधियों का पता लगाने को कठिन बनाने के लिए उनके द्वारा उपयोग किए जाने वाले थुराया सेटेलाइट फोन के पाकिस्तान द्वारा छद्म संस्करण तैयार करने संबंधी खबरों पर टिप्पणी करते हुए कृष्णा ने यह बात कही।
कृष्णा ने कहा कि पाकिस्तान जो भी करता है, भारत उस पर बारीकी से नजर रखता है।
मीडिया में आई खबरों के अनुसार भारत और पाकिस्तान को विभाजित करने वाली नियंत्रण रेखा और अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पूरे क्षेत्र में ट्रांसमीटर स्थापित किए गए हैं, इससे आतंकवादियों द्वारा उपयोग किए जाने वाले थुराया सेटेलाइट फोन के सिग्नल मिलने बंद हो गए हैं।
भारत को संदेह है कि ये ट्रांसमीटर पाकिस्तान के रणनीतिक सहयोग के बिना स्थापित करना संभव नहीं है।
इससे भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को थुराया सेटेलाइट फोन के सिग्नलों के सहारे घुसपैठ का पता लगाना कठिन हो गया है।
उल्लेखनीय है कि आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान द्वारा की गई कार्रवाई की समीक्षा के लिए वहां के विदेश सचिव सलमान बशीर और भारतीय विदेश सचिव शिवशंकर मेनन 14 जुलाई को शर्म अल-शेख में बैठक करेंगे।
विदेश सचिवों की समीक्षा बैठक ही प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी की शर्म अल-शेख में गुटनिरपेक्ष शिखर सम्मेलन के दौरान होने वाली मुलाकात का रुख तय करेगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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