सिंगरौली विस्फोट की जांच एक माह में : मुख्यमंत्री
विधानसभा में प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने सिंगरौली विस्फोट पर स्थगन प्रस्ताव मंजूर कर चर्चा कराए जाने की मांग की थी। विधानसभा अध्यक्ष ईश्वरदास रोहाणी ने चर्चा के बाद स्थगन प्रस्ताव अस्वीकार कर दिया। विपक्ष ने विस्फोट कांड की न्यायिक जांच की मांग की जिस पर मुख्यमंत्री चौहान ने श्रम विभाग के प्रमुख सचिव से जांच कराने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंगरौली की घटना हृदय विदारक है और जरूरत इस बात की है कि इस तरह के गंभीर मसलों पर पक्ष और विपक्ष मिलकर पहल करें। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार इस हादसे में शिकार हुए लोगों को हर संभव मदद देगी। साथ ही दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। जांच रिपोर्ट एक माह के भीतर आ जाएगी और दोषियों पर कार्रवाई भी होगी।
विपक्ष की ओर से नेता प्रतिपक्ष जमुना देवी और उप नेता चौधरी राकेश सिंह ने हादसे के लिए प्रशासनिक लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया तथा स्थगन प्रस्ताव भी रखा। विपक्ष का आरोप है कि सरकार फैक्ट्री मालिकों को बचाने की कोशिश कर रही है।
मालूम हो कि रविवार की रात को सिंगरौली में आईडियल एक्सप्लोसिव और राजस्थान एक्सप्लोसिव फैक्ट्री में हुए विस्फोट से बैढन का औद्योगिक क्षेत्र थरथरा उठा था। इस विस्फोट में 16 लोग मारे गए थे और 49 घायल हुए है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।