अहमदाबाद में शराब हादसे के खिलाफ प्रदर्शन (लीड-1)
सागरपीठा इलाके में शराब पीने से मौत की खबर फैलते ही गुस्साए लोगों की भीड़ सड़क पर जमा हो गई। आक्रोशित भीड़ ने पथराव किया शुरू कर दिया और कई वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। प्रदर्शनकारी इलाके में अवैध शराब के धंधे में लिप्त लोगों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसूगैस के गोले दागे।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि पिछले कई महीनों से कुछ लोग देशी शराब का अड्डा चला रहे हैं। इस मामले में अब तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। जबकि पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इलाके में इस तरह का कोई अड्डा नहीं है। उन्होंने कहा है कि इस मामले की जांच की जाएगी कि आखिर अवैध शराब कहां से आई।
उधर विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने इस मसले को विधानसभा में उठाते हुए कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति कमजोर हो गई है।
कांग्रेस अध्यक्ष सिद्धार्थ पटेल के सवाल का जवाब देते हुए राज्य के गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि वह बुधवार को विधानसभा में इस मुद्दे पर एक बयान देंगे।
इस बीच विपक्ष के नेता शक्तिसिंह गोहिल ने पीड़ितों के घरों का दौरा किया और उनके परिजनों से बात की।
गोहिल ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि भाजपा सरकार अहमदाबाद में अवैध शराब की बिक्री के बढ़ते मामलों और आपराधिक गतिविधियों पर लगाम लगा पाने में विफल साबित हुई है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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