चीन के दंगा प्रभावित शहर में 156 की मौत, 1,400 से अधिक गिरफ्तार (लीड-3)
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक प्रशासन ने जिंजियांग प्रांत के उरुमकी शहर में कर्फ्यू लगाने का फैसला किया है और पुलिस ने पूरे इलाके को अपने कब्जे में ले लिया है। इस दौरान 1,434 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
खबरों में कहा गया है कि ताजा हमला हान समुदाय के लोगों की ओर से इलाके के मुस्लिम उइगर समुदाय पर किया गया है। चीन का यह इलाका रूस और मध्य एशियाई देशों की सीमाओं से लगा हुआ है।
कम्युनिस्ट पार्टी की जिंजियांग क्षेत्रीय समिति के प्रचार विभाग के प्रमुख ली यी ने बताया कि मृतकों में 129 पुरुष और 27 महिलाएं शामिल हैं। पुलिस ने 1,434 लोगों को हिंसा भड़काने के आरोप में गिरफ्तार किया है। ली ने बताया कि गिरफ्तार लोगों में 1,379 पुरुष और 55 महिलाएं शामिल हैं।
ज्ञात हो कि रविवार की शाम हान और उइगर समुदाय के बीच दंगा भड़क गया था।
मंगलवार को हजारों प्रदर्शनकारियों ने उरुमकी में योहाओ स्ट्रीट और गुआंगमिंग स्ट्रीट से होते हुए एर्डाओकियाओ रोड तक मार्च किया मार्च में ज्यादातर हान समुदाय के लोग शामिल थे। वे अपने घरों और अपने पारिवारिक सदस्यों की रक्षा करने संबंधी नारे लगा रहे थे।
पुलिस के जवान विभिन्न स्थानों पर उनकी सुरक्षा के लिए तैनात थे।
एक अस्पताल के अध्यक्ष ने कहा कि हान समुदाय के तीन घायलों को अपराह्न् में भर्ती किया गया है।
कम्युनिस्ट पार्टी की जिंजियांग उइगुर स्वायत्त क्षेत्र कमेटी के सचिव वांग लेकुआन ने कहा कि तेजी के साथ फैल रही हिंसा को रोकने के लिए उरुमकी में मंगलवार की रात से कर्फ्यू लगाया जाएगा। उन्होंने कहा, "सामाजिक व्यवस्था को दरकिनार करते हुए हान समुदाय के कुछ लोगों ने उरुमकी की सड़कों पर प्रदर्शन किया है।"
ज्ञात हो कि जिंजियांग में उइगर एक बहुसंख्यक जातीय समूह है। यहां की दो करोड़ की आबादी में उइगरों की संख्या लगभग आधी है।
बहरहरहाल, दंगे में 156 लोगों की मौत के अलावा 1,000 से अधिक लोग घायल भी हुए हैं। प्रशासन ने दंगे पर काबू पाने के लिए क्षेत्र में 20,000 से अधिक सशस्त्र पुलिस कर्मियों, विशेष पुलिस कर्मियों, अग्निशमन कर्मियों और सेना के जवानों को भेजा है।
जिंजियांग प्रांत की दंगा प्रभावित राजधानी उरुमकी में मंगलवार को विदेशी पत्रकारों के एक दल का दौरा कराए जाने के दौरान सैकड़ों उइगरों ने विरोध प्रदर्शन किया।
उरुमकी गए संवाददाताओं के मुताबिक पुलिस द्वारा रोके जाने पर प्रदर्शनकारी वहीं बैठ गए।
सरकारी मीडिया ने खबर दी है कि पुलिस ने जिंजियांग में उइगरों के प्रदर्शन पर काबू पा लिया है।
पुलिस ने चीन के पश्चिमोत्तर शहर काशगर में सोमवार शाम 200 से ज्यादा प्रदर्शनकारी उइगरों को तितर-बितर कर दिया था।
उइगर 26 जून को गुआंगदोंग प्रांत की एक खिलौना फैक्टरी में हुए एक विवाद में दो उइगर कर्मचारियों की मौत का विरोध कर रहे थे।
सरकार की ओर से सोमवार को जारी बयान में कहा गया कि यह हिंसा एक सुनियोजित और संगठित अपराध था। इसे विदेश से उकसाया तथा निर्देशित किया गया था।
इस बीच अमेरिका में उइगर कांग्रेस ने प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से कहा है कि बहुत से उइगरों को पुलिस द्वारा गोलियों से भून दिया गया या पीट-पीटकर मार दिया गया है। संगठन ने 800 से ज्यादा लोगों के मारे जाने का दावा किया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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