उल्फा विद्रोहियों का दस्ता म्यांमार से असम में घुसा
उल्फा के बातचीत समर्थक धड़े के नेता प्रबल नीओग ने आईएएनएस से कहा, "हमें सूचना मिली है कि उल्फा के एक वरिष्ठ नेता सहित कम से कम चार आतंकी म्यांमार से असम में पहले ही प्रवेश कर चुके हैं और वे 15 अगस्त के पहले हमले की योजना बना रहे हैं।"
नीओग उल्फा की 28वीं बटालियन की अल्फा और चार्ली कंपनियों के उन 150 सदस्यों में से हैं, जिन्होंने पिछले साल सरकार के साथ एक युद्धविराम समझौता किया था। उल्फा की 28वीं बटालियन सबसे खतरनाक बटालियन मानी जाती रही है।
28वीं बटालियन के कमांडर रह चुके नीओग ने कहा, "हमारी सूचना के मुताबिक उल्फा आतंकियों का दस्ता बातचीत समर्थक हमारे कुछ नेताओं को निशाना बनाने के साथ ही बारूदी सुरंगों के जरिए सुरक्षा बलों पर हमला करने और तेल प्रतिष्ठानों व पाइपलाइनों को विस्फोट के जरिए उड़ाने की योजना बना रहा है।"
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, "हम अति सतर्क हैं और सुरक्षा में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। सुरक्षा बल के जवान असुरक्षित क्षेत्रों में पहले से ही आक्रामक स्थिति में बने हुए हैं।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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