सहभागी की भूमिका निभाए अमेरिका : ओबामा
अरुण कुमार
वाशिंगटन, 6 जुलाई (आईएएनएस)।भारत, चीन और ब्राजील में त्वरित गति से हो रहे विकास का हवाला देते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि ज्यादा एकीकृत विश्व में अमेरिका को दुनिया भर पर अपनी नीति थोपनी नहीं चाहिए, बल्कि अब उसे सहभागी की भूमिका निभानी होगी।
रूस के सरकारी टीवी और समाचार एजेंसी इतर-तास को साक्षात्कार में ओबामा ने कहा, "सैन्य महाशक्ति की भूमिका तो अमेरिका की रहेगी। हम अब भी विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं लेकिन विश्व ज्यादा एकीकृत होता जा रहा है।"
उन्होंने कहा, "मैं महसूस करता हूं कि अमेरिका को समझना होगा कि हमारी भूमिका दुनिया भर में अपनी नीति थोपने की नहीं होनी चाहिए बल्कि हमें अन्य देशों के साथ सहभागिता करनी होगी तथा उन परस्पर महत्व के क्षेत्र तलाश कर समझौते करने होंगे, जो बेहद जरूरी है।"
अमेरिकी व्हाइट हाउस ने ओबामा की बतौर राष्ट्रपति, प्रथम रूस यात्रा से घंटों पहले रविवार को उनके इस साक्षात्कार की प्रति जारी की।
उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के समक्ष विद्यमान ऐसे मसलों में से है, जिनका समाधान कोई भी एक देश अपने बूते पर नहीं कर सकता। उन्होंने कहा "इसके लिए अमेरिका को कदम उठाने होंगे, चीन को कदम उठाने होंगे, रूस को कदम उठाने होंगे, भारत को कदम उठाने होंगे।"
ओबामा ने कहा, "चीन, भारत और ब्राजील अतीत के मुकाबले ज्यादा तेजी से विकास कर रहे हैं।" ओबामा ने ये बातें विश्व में अमेरिका की भूमिका के बारे में पूछे गए प्रश्नों के जवाब में कही।
उन्होंने कहा कि अमेरिका की भूमिका बातचीत कराने में मदद की होनी चाहिए ताकि मुट्ठी भर लोगों का नहीं बल्कि समस्त लोगों का कल्याण हो सके।
यह पूछने पर कि वह अभूतपूर्व चुनौतियों का सामना किस तरह कर रहे हैं ओबामा ने कहा उनका प्रशासन अमेरिकी जनता को स्पष्ट संदेश भेजने की कोशिश कर रहा है कि देश जिन समस्याओं का सामना करना रहा है, उनका समाधान रातों-रात नहीं होगा, बल्कि इस दिशा में निरंतर प्रगति करनी होगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।