कर दरें बढ़ाने का यह उचित समय नहीं : वित्त सचिव
चावला ने संवाददाताओं से कहा कि वित्त मंत्री ने वैश्विक मंदी के मद्देनजर उत्पाद कर और सीमा शुल्क को अपरिवर्तित रखा है। क्योंकि कर दर में बढ़ोतरी के लिए यह उपयुक्त समय नहीं है। यही वजह है कि वित्त मंत्री ने आयकर पर से सरचार्ज हटा दिया है जिससे सरकार को 5,000-6,000 करोड़ रुपये प्राप्त होते थे।
वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी द्वारा सोमवार को लोकसभा में बजट पेश किए जाने के बाद चावला संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे।
चालू वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की विकास दर 7 फीसदी की अपेक्षा करते हुए चावला ने कहा कि सरकार ने काफी सचेत होकर उच्च वित्तीय घाटा में जाने का फैसला किया जिजसे अर्थव्यवस्था विकास की पटरी पर लौट सके।
उन्होंने कहा कि सरकारी कंपनियों में विनिवेश से सरकार का वित्तीय घाटा कम होगा। विनिवेश की प्रक्रिया चरणबद्ध रूप से की जाएगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।