आम बजट : मंदी से निपटने के लिए एक लाख 86 हजार करोड़ रुपये के पैकेज
वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने सोमवार को लोकसभा में वित्त वर्ष 2009-10 का आम बजट पेश करते हुए कहा कि इस राजकोषीय समायोजन से राजकोषीय घाटा 2007-08 में सकल घरेलू उत्पाद(जीडीपी) के 2.7 प्रतिशत से बढ़कर वित्त वर्ष 2008-09 में बढ़कर 6.2 प्रतिशत हो गया। वित्त वर्ष 2008-09 के लिए राजकोषीय प्रात्साहनों की राशि मौजूदा बाजार मूल्यों पर सकल घरेलू उत्पाद के 3.5 प्रतिशत पर 1,86,000 करोड़ रुपये बैठती है।
मुखर्जी ने जीडीपी की वृद्धि दर में गिरावट रोकने में कारगर रहे उपायों पर खुशी प्रकट की। उन्होंने कहा कि देश ने 6.7 प्रतिशत वृद्धि दर हासिल की। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन देने की कोशिश जारी रहेगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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