होटलों की शक्ल लेंगे लोक निर्माण विभाग के डाक बंगले
पटना, 4 जुलाई (आईएएनएस)। बिहार लोक निर्माण विभाग के डाक बंगले (निरीक्षण भवन) अब आवश्यक सुख-सुविधाओं से लैस होंगे और सुसज्जित होटलों की माफिक तैयार किए जाएंगे। इनका इस्तेमाल दौरे के क्रम में विभाग के मंत्री और अधिकारियों के अलावा निश्चित राशि खर्चकर आम व्यक्ति भी कर सकेंगे।
राज्य के लोक निर्माण मंत्री मंत्री प्रेम कुमार ने शनिवार को आईएएनएस को बताया कि राज्य में विभाग के कुल 65 निरीक्षण भवन हैं जिन्हें निजी कंपनियों को लीज पर दिया जाएगा और इनका संचालन सार्वजनिक-निजी भागीदारी के आधार पर किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके लिए निविदा निकालने की प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है।
गौरतलब है कि राष्ट्रीय राजर्माग विभाग के मुख्य अभियंता की देखरेख में 18, उत्तर बिहार क्षेत्र के मुख्य अभियंता के जिम्मे 22 तथा दक्षिण बिहार क्षेत्र के मुख्य अभियंता के जिम्मे कुल 25 निरीक्षण भवन हैं।
मंत्री का मानना है कि इससे जहां निरीक्षण भवनों की स्थिति में सुधार होगा वहीं सरकार की आय भी बढ़ेगी। उन्होंने बताया कि निजी कंपनियों को 15 से 20 वषरें के लिए भवनों को लीज पर दिया जायेगा परंतु इसका स्वामित्व विभाग के पास ही रहेगा। उन्होंने कहा कि निजी कंपनियां यदि चाहें, तो भवन की खाली पड़ी जमीन पर अतिरिक्त कमरे तथा सम्मेलन कक्ष बनवा सकेंगी।
उन्होंने बताया कि होटल बन जाने के बावजूद कुछ कमरे विभाग के पास ही रहेंगे जहां विभाग के मंत्री और पदाधिकारी दौरे के वक्त ठहर सकेंगे। मंत्री का कहना है कि एक निरीक्षण भवन में पांच से सात कर्मचारी तैनात हैं, लिहाजा निरीक्षण भवन को जितनी आमदनी होती है उससे कहीं ज्यादा उनके वेतन पर सरकार खर्च कर रही है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।