दोहा में पोत दुर्घटना में मरने वालों में 8 राजस्थान के (लीड-1)
गल्फ टाइम्स के अनुसार यह पोत मंगलवार को सुबह समुद्र में डूब गया था। पोत पर एचबीके पॉवर क्लीनिंग कंपनी के 24 कर्मचारियों सहित कुल 35 लोग सवार थे। इनमें से एक इंडोनेशियाई इंजीनियर सहित पांच यात्री अपने को बचा पाने में सफल हो गए थे। बाकी सभी 30 यात्री डूब गए थे। शुक्रवार रात 9.30 बजे तक मात्र चार शवों को ही अंतिम संस्कार स्थल तक लाया जा सका था। बचाव कर्मियों ने कहा कि मध्य रात्रि तक आठ और शवों का अंतिम संस्कार कर दिया जाएगा।
अभी तक एचबीके पॉवर क्लीनिंग कंपनी से संबंधित 11 पीड़ितों के शव बरामद किए गए हैं। इनमें से आठ पीड़ित राजस्थान में सीकर जिले के फतेहपुर के रहने वाले हैं। इनमे से कम से कम चार पीड़ितों के भाई कतर में ही रहते हैं।
फतेहपुर के एक निवासी गुलाम मुर्तजा परिहार ने कहा कि पीड़ितों के भाइयों को अपने परिजनों के शव पहचानने में कठिनाई हो रही है क्योंकि उनके शव सड़ गए हैं।
मुर्तजा ने कहा कि दो पीड़ितों, (सुपरवाइजर शौकत जफर और शकील निर्वाण) के भाई कतर में एक निजी कंपनी में काम करते हैं।
एक अन्य पीड़ित मोइन नाजिर खान के भाई मुजफ्फर दोहा में रहते हैं। इसी तरह पीड़ित रफीक परिहार के भाई मुजामिल कतर में रहते हैं।
परिहार ने कहा कि मोहम्मद अमीन खान नामक एक अन्य पीड़ित के भाई याकीब अली खान सऊदी अरबिया से आ गए हैं। परिहार ने भारतीय दूतावास से मांग की है पीड़ितों के परिजनों की मदद की जाए।
इधर, राजस्थान के शेखावाटी क्षेत्र के आठ प्रवासियों के दोहा में आकस्मिक निधन पर राजस्थान सरकार में उद्योग एवं अप्रवासी विभाग मंत्री राजेन्द्र पारीक ने गहरा शोक प्रकट किया है।
पारीक ने केंद्र सरकार में प्रवासी भारतीय मामलों के मंत्री को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि सरकार इस मामले में मृतकों के परिजनों की पूरी मदद करें।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।