विधायक सदन को ठप करने की प्रवृत्ति से बचें : मीरा कुमार (लीड-1)
मध्यप्रदेश के नव निर्वाचित विधायकों को संसदीय कार्य संस्कृति के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराने के लिए आयोजित दो दिवसीय प्रबोधन कार्यक्रम का उदघाटन करते हुए शनिवार को मीरा कुमार ने विधायकों को जनहित में कार्य करने की सीख दी।
मीरा कुमार ने कहा कि किसी भी सदस्य द्वारा अपनी बात मनवाने के लिए संदन की कार्यवाही ठप करने के कदम को प्रभावी मानना उसका भ्रम मात्र है। इसलिए विधायकों को अपनी बात मनवाने के लिए तर्क और तथ्यों का सहारा लेना चाहिए, न कि कार्यवाही ठप करने में ऊर्जा जाया करना चाहिए।
लोकसभा अध्यक्ष ने मतदान के प्रति मतदाताओं में बढ़ती अरूचि पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा है कि जनप्रतिनिधियों को इस बात का आत्म विश्लेषण करना चहिए कि चुनाव पांच साल में एक बार होते हैं फिर भी मतदान का प्रतिशत घट रहा है।
उन्होंने कहा कि विधायिका सर्वोच्च संस्था है, विधायकों को अपनी इस ताकत को जानना होगा और इस ताकत का इस्तेमाल समाज के अंतिम आदमी को पहला आदमी बनाने के लिए करना होगा। उन्होंने नव निर्वाचित विधायकों से कहा कि उन पर जनता की बात सरकार तक और सरकार की नीतियों व जनकल्याणकारी योजनाओं को जनता तक पहुंचाने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। विधायक को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर जनहित में काम करना चाहिए। विपक्ष का होने के बावजूद सरकार के अच्छे कायरें की सराहना और सत्ता पक्ष का होने पर भी गलत फैसलों पर सरकार को कटघरे में खड़ा करने में नहीं हिचकना चाहिए।
इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विधायकों को सलाह दी कि वे अपने सीने में आम आदमी के लिए अच्छा करने की आग हमेशा जलने दें, लेकिन इसके साथ ही जरूरी है कि वे अपने कर्तव्य निर्वहन के दौरान शांत और संयमित भी रहे।
विधानसभा अध्यक्ष ईश्वर दास रोहाणी ने प्रबोधन कार्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि प्रदेश की विधानसभा का गौरवपूर्ण इतिहास रहा है, जिसमें विपक्ष की सकारात्मक भूमिका रही है। इस मौके पर लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी की उपनेता सुषमा स्वराज भी मौजूद थीं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।