नहीं घटेंगी ईंधन की कीमतें: देवड़ा
देवड़ा ने कहा कि सरकारी तेल कंपनियां दिसंबर 2008 से अंतर्राष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतों में 75 प्रतिशत वृद्धि होने के बाद से 70,200 करोड़ रुपये के घाटे में चल रही हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें घटने पर उनकी समीक्षा की जाएगी।
देवड़ा ने कहा कि रसोई गैस और कैरोसिन तेल की कीमतों में कोई वृद्धि नहीं की गई है, जिनकी वजह से तेल कंपनियों को 30,000 करोड़ रुपये का सब्सीडी बोझ वहन करना होगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रस्तावित कीमत के मुताबिक पेट्रोल 6.94 रुपये प्रतिलीटर और डीजल की 4.11 रुपये प्रतिलीटर महंगा नहीं किया।
उन्होंने कहा, "लेकिन हम इस मसले पर माननीय सदस्यों के विचार ध्यान में रखेंगे और जब भी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें घटेंगी, उचित कदम उठाएंगे।"
गौरतलब है कि सरकार ने बुधवार को सरकारी तेल कंपनियों को परिवहन ईंधनों के दाम बढ़ाने की इजाजत दी थी जिसकी वजह से पेट्रोल चार रुपये प्रति लीटर और डीजल दो रुपये प्रति लीटर महंगा हो गया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।