पश्चिम बंगाल में स्थानीय निकायों के चुनाव में वाममोर्चे की हार
लोकसभा चुनावों में शिकस्त खाने के छह हफ्ते बाद भी वाममोर्चे की हार का सिलसिला थमता नहीं दिखाई देता। विशेषकर दक्षिण बंगाल में तो शहरी मतदाताओं ने अपना भरोसा विपक्ष के प्रति व्यक्त किया है।
रविवार को नगरपालिका की जिन 17 सीटों पर मतदान हुआ था उनमें से 10 विपक्ष की झोली में गई हैं जबकि वाम मोर्चे को महज तीन सीटों पर ही संतोष करना पड़ा है। स्थानीय निकायों की बाकी की तीन सीटों में भी कांग्रेस-तृणमूल कांग्रेस गठबंधन एक में बढ़त बनाए हुए है जबकि दो सीटों के रुझान अब तक नहीं मिल सके हैं।
तृणमूल कांग्रेस को चार जबकि कांग्रेस को तीन सीटों पर कामयाबी मिली है। तीन अन्य स्थानीय निकायों में भी तृणमूल कांग्रेस-कांग्रेस गठबंधन को कामयाबी मिली है।
अब तक 10 जिलों की 16 नगरपालिका सीटों में से 11 पर वाममोर्चे का कब्जा था।
विपक्ष को उत्तरी 24 परगना, दक्षिणी 24 परगना और हावड़ा जैसे दक्षिण बंगाल जिलों में छह सीटे हासिल हुई हैं। वाममोर्चा उत्तरी 24 परगना में सिर्फ राजरहाट-गोपालपुर सीट पर कब्जा बरकरार रखने में कामयाब रहा है।
राज्य के उत्तरी हिस्से में जलपाइगुड़ी जिले की माल सीट वाममोर्चे ने कांग्रेस से छीन ली है।
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस-तृणमूल सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया गठबंधन ने राज्य की 42 में से 26 सीटे जीती थीं जबकि वाममोर्चे को महज 15 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
*