इंग्लैंड के विंबले स्टेडियम में खेले गए फ़ाइनल मुक़ाबले में चेल्सी ने एवर्टन को 2-1 से हरा कर एफ़ए कप का ख़िताब अपने नाम कर लिया है.
एफ़ए कप इंग्लैंड का सबसे प्रतिष्ठित घरेलू ख़िताब माना जाता है.
चैंपियंस लीग के विजेता का फ़ैसला होने के बाद अब फुटबॉल जगत की नज़रें शनिवार को एवर्टन और चेल्सी के बीच होने वाले मुक़ाबले पर टिकी थीं.
फ़ाइनल मुक़ाबले में चेल्सी की टीम एक समय एक गोल से पिछड़ गई थी लेकिन उसने ज़बर्दस्त वापसी करते हुए एवर्टन को 2-0 से हरा दिया.
चेल्सी के कोच गुस हिडिंक के लिए इससे अच्छी विदाई नहीं हो सकती थी. उनका कॉंट्रैक्ट चेल्सी के साथ एफ़ए कप तक के लिए ही था.
खेल शुरु होते ही 26 वें सेकेंड में ही एवर्टन के स्ट्राइकर लुई साहा ने गोल दाग कर एफ़ए कप के फ़ाइनल में सबसे जल्दी स्कोर करने का रिकॉर्ड भी कायम कर दिया और अपनी टीम को बढ़त भी दिला दी.
लेकिन बीसवें मिनट में चेल्सी के दिदीएर ड्रोगबा ने शानदार हेडर लगाकर स्कोर बराबर कर दिया.
हाफ़ टाइम के बाद दोनों ओर से निर्णायक बढ़त बनाने की ज़ोरदार कोशिश हुई और सफ़लता मिली चेल्सी के फ़्रैंक लैम्पार्ड को.
उन्होंने तेज़ तर्रार शॉट लगाया और गेंद हवा में घूमती हुई गोलपोस्ट में दाख़िल हो गई.