सोनिया ओर से ख्वाजा साहब के आस्ताने पर चादर पेश की गई
कांग्रेस अध्यक्ष की ओर से राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री मुकुल वासनिक, केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री डॉ. सी.पी.जोशी, अल्पसंख्यक मामलों के राज्यमंत्री सलमान खुर्शीद, केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री नमोनारायण मीणा, केंद्रीय संचार एवं सूचना तकनीकी राज्यमंत्री सचिन पायलट और सांसद डॉ.प्रभा ठाकुर ने चादर चढ़ाई और देश में अमन, चैन और खुशहाली की दुआ मांगी।
मुख्यमंत्री ने कांग्रेस अध्यक्ष का संदेश पढ़कर सुनाया। श्रीमती गांधी ने अपने संदेश में कहा कि ख्वाजा साहब उन क्रांतिकारी संतों में से एक हैं, जिनके आस्ताने पर विभिन्न पृष्ठभूमि और आस्थाओं के लोगों का जिस तरह सम्मिलन होता है, वह हमारी पंथ निरपेक्षता, सामाजिक और सांप्रदायिक समरसता एवं अनेकता में एकता की उच्च परम्पराओं का प्रमाण है।
उन्होंने अपने संदेश में कहा कि ख्वाजा साहब ने लोगों में आध्यात्मिक और नैतिक चेतना का संचार किया। उनकी दृढ़ मान्यता थी कि प्रत्येक जीवधारी इस संसार के सृजक की दृष्टि में एक समान है और सभी को जीवन की मूलभूत आवश्यकताओं को पाने का समान रूप से अधिकार है। वे धर्म को मानव-समाज को जोड़ने का एक साधन मानते थे।
सोनिया गांधी ने अपने संदेश में 797 वें उर्स मुबारक के अवसर पर अजमेर आए ख्वाजा साहब के सभी श्रद्घालुओं को अपनी हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि ख्वाजा साहब ने जिन आदशरें की शिक्षा दी, उनका स्वयं भी पालन किया । उनकी शिक्षा भविष्य के लिए सदैव प्रासंगिक है, विशेष रूप से आज के समय में जब, संसार की शांति और एकता को विभाजनकारी शक्तियों से गंभीर संकट है ।
खादिम अब्दुल गनी गुर्देजी ने मुख्यमंत्री और विभिन्न केन्द्रीय मंत्रियों को जियारत कराकर उनकी दस्तारबंदी की और तवरूख भेंट किया । बुलंद दरवाजे पर दरगाह कमेटी की ओर से नाजिम अहमद रजा ने भी मुख्यमंत्री एवं सभी केन्द्रीय मंत्रियों की दस्तारबंदी की।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।