मानसून में देरी से पैदावार में कमी होने की आशंका
जून का महीना खत्म होने को है, लेकिन राज्य में अभी तक मानसून की बारिश की उम्मीद लिए यहां के किसान हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। आमतौर पर राज्य में मानूसन जून के पहले सप्ताह में अपनी उपस्थिति दर्ज करा देता था, लेकिन इस साल मानसून नहीं आने से यहां की मुख्य फसल जूट और धान की पैदावार पर असर पड़ने की संभावना है।
हालांकि मौसम विभाग ने आने वाले कुछ दिनों के भीतर राज्य में मानसूनी वर्षा की भविष्यवाणी की है। उधर, राज्य के लोग एक महीने पहले चक्रवात 'आइला' से अभी पूरी तरह से उबर भी नहीं पाए हैं।
राज्य में मानसून में हो रही देरी से खाद्य फसलों, नगदी फसलों और सब्जियों के उत्पादन पर भी असर पड़ सकता है।
राज्य कृषि विपणन बोर्ड के अध्यक्ष नरेन चटर्जी ने आईएएनएस को बताया, "जाहिर तौर पर राज्य में मानसून में हो रही देरी से यहां की मुख्य पैदावार माने जाने वाले धान के उत्पादन पर असर पड़ेगा। "
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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