शिक्षाविद और अभिभावक 10वीं की बोर्ड परीक्षा समाप्त किए जाने के पक्ष में
शिवालिक समूह के स्कूलों के निदेशक डी.एस.बेदी ने आईएएनएस से कहा, "यदि यह प्रस्ताव लागू हो पाया तो यह बच्चों और उनके परिजनों, दोनों के लिए एक अच्छी बात होगी। अक्सर 10वीं के छात्रों पर भारी बोझ रहता है और इस कारण उनका सामान्य विकास अवरुद्ध हो जाता है।"
बेदी ने कहा, "इस स्तर पर छात्रों पर बोझ खतरनाक होता है, क्योंकि कई मामलों में हमने देखा है कि बच्चे इसे बर्दाश्त नहीं कर पाते और वे आत्महत्या जैसा चरम कदम उठा लेते हैं।"
एक अभिभावक और अध्यापक आशीष शर्मा ने कहा, "हमारे देश की शिक्षा प्रणाली दुनिया में सबसे कठिन है और उसमें इस तरह के संशोधनों की सख्त आवश्यकता है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
Comments
देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए Oneindia Hindi के फेसबुक पेज को लाइक करें