हिमाचल प्रदेश के लिए शीघ्र आई़ आई़ आई. टी़ स्वीकृत किया जाएगा
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार इस दिशा में प्रयासरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के युवाओं को रोजगार एवं स्वरोजगार के अवसर प्राप्त करने के लिए समक्ष बनाने के लिए शिक्षा को व्यवहारिक बनान समय की मांग है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के वर्तमान वैश्विक परिदृश्य में सामान्य शिक्षा में तकनीकी एवं व्यवाहारिक शिक्षा की तुलना में रोजगार के कम अवसर उपलब्ध हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार सार्वजनिक निजी भागीदारी के माध्यम से विभिन्न स्तरों पर तकनीकी एवं व्यवहारिक शिक्षा आरम्भ करने के प्रयास कर रही है ताकि शिक्षा को और रोजगारोन्मुखी बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जलवायुगत परिस्थितियां एवं कानून व्यवस्था की स्थिति शैक्षणिक माहौल के लिए सर्वाधिक उपयुक्त है।
प्रो़ धूमल ने कहा कि विगत कुछ समय में प्रदेश सरकार राज्य के लिए केन्द्र सरकार से आई़आई़टी़, राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान, केन्द्रीय विश्वविद्यालय, होटल प्रबन्धन संस्थान, फूड क्राट संस्थान जैसे राष्ट्र स्तरीय संस्थान स्वीकृत करवाने में सफल रही है। उन्होंने कहा कि आई़आई़टी़ मंडी में प्रथम बैच की कक्षाएं आई़आई़टी़ रूड़की में आरम्भ की गई, जबकि प्रदेश सरकार इस संस्थान के दूसरे बैच की कक्षाएं मण्डी के समीप कमांद में आई़आई़टीक़ के परिसर में आरम्भ करने के प्रयास करेगी।
उन्होंने कहा कि शीघ्र ही सभी औपचारिकताएं पूरी करने के लिए मानव संसाधन मंत्रालय का एक उच्च स्तरीय शिष्ट मंडल के मण्डी दौरे पर आने की संभावना है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिक संस्थान में प्रवेश इस वर्ष अगस्त से आरम्भ किया जाएगा जबकि होटल प्रबन्धन संस्थान एवं फूड क्राट संस्थान में प्रवेश निकट भविष्य में आरम्भ कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिला के देहरा में केन्द्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए भूमि का चयन कर लिया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान देश का अग्रणी संस्थान बन कर उभरा है जहां अखिल भारतीय स्तर प्रवेश परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य के सभी इंजीनियरिंग, पॉलीटेक्निक कॉलेजों एवं औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के पुराने पाठ्यक्रमों को आधुनिक पाठ्यक्रम से बदला जा रहा है ताकि इस पाठ्यक्रम को रोजगारोन्मुखी एवं आधुनिक मांग के अनुरूप बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पूर्ण जांच के बाद ही निजी निवेशकों को 'लैटर ऑफ इंटैंट' जारी किए जा रहे हैं, ताकि राज्य में बेहतर शिक्षण संस्थान खुल सकें। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के विगत कार्यकाल में प्रदेश में निजी क्षेत्र में सोलन जिला के वाकनाघाट में सूचना प्रौद्योगिकी विश्विद्यालय खोला गया था। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में हिमाचल प्रदेश देश में व्यवसायिक शिक्षा का केन्द्र बन कर उभरेगा ।
इस सम्मेलन में देश के 22 राज्यों के वरिष्ठ अधिकारी भाग ले रहे हैं। निदेशक तकनीकी शिक्षा एस़ एस़ गुलेरिया ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। इस अवसर पर महानिदेशक एवं संयुक्त सचिव रोजगार एवं प्रशिक्षण भारत सरकार शारदा प्रसाद, सेक्टर प्रबन्धक शिक्षा, दक्षिण एशिया मानव संसाधन, विश्व बैंक, अमित डार तथा प्रदेश के विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधि एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।