'बोर्ड इम्तहान' खत्म करने की तैयारी
गुरुवार को मीडिया से बातचीत में मानव संसाधन विकास मंत्री ने कहा कि दसवीं में बोर्ड इम्तहान के कारण बच्चे व अभिभावक मानसिक तनाव का शिकार हो जाते हैं। इसका विकल्प मौजूद है। चूंकि दसवीं के बाद भी बच्चे उसी स्कूल में पढ़ सकते हैं, तो बोर्ड इम्तहान की क्या जरूरत। स्कूल स्तर पर ही इम्तहान पास करके ही बच्चे ग्यारहवीं में पहुंच जाएं। ऐसे में बोर्ड इम्तहान की क्या जरूरत।
माध्यमिक परिषदों से लेंगे सलाह
कपिल सिब्बल ने कहा कि मानव संसाधन मंत्रालय इस संबंध में केंद्रीय व राज्यों के माध्यमिक शिक्षा परिषदों से सलाह लेंगे। उसके बाद ही कोई अंतिम निर्णय लिया जाएगा। यही नहीं स्कूलों से भी इस संबंध में सलाह ली जाएगी।
गौरतलब है कि बुधवार को कपिल सिब्बल ने यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (यूजीसी), नेशनल काउंसिल आफ टीचर्स ट्रेनिंग (एनसीटीई) और ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ टेक्निकल एजूकेशन (एआईसीटीई) जैसे बड़े निकायों को भंग कर राष्ट्रीय उच्च शिक्षा आयोग के गठन की सिफारिश की थी। सिब्बल ने यह सिफारिश याशपाल कमीशन की रिपोर्ट के तहत की।