भारत-अमेरिका संबंधों की मजबूती के लिए फिक्की का पांच सूत्रीय एजेंडा
वाशिंगटन, 24 जून (आईएएनएस)। फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) ने भारत और अमेरिका के द्विपक्षीय संबंधों को नया आयाम देने के लिए "दोनों देशों के बीच परमाणु सहयोग बढ़ाने के" पांच सूत्रीय एजेंडे का प्रस्ताव किया है।
फिक्की अध्यक्ष हर्षपति सिंघानिया ने मंगलवार को एक सम्मेलन में व्यापारिक संस्था का एजेंडा पेश करते हुए कहा,"हम चाहते हैं कि अमेरिका केवल व्यापार के मोर्चे पर ही नहीं वरन सभी मोचरें पर भारत के साथ संबंध मजबूत करे।"
उन्होंने कहा कि अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक सहयोगी है। द्विपक्षीय व्यापार वर्ष 2001 में 13.5 अरब डॉलर से बढ़कर वर्ष 2008 में 41 अरब डॉलर हो गया। परंतु इसी अवधि के दौरान चीन-अमेरिका व्यापार तेजी से बढ़कर 38.5 अरब डॉलर हो गया। चीन के साथ अमेरिकी व्यापार में 1500 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
अमेरिका से उच्च तकनीकी सामानों का निर्यात भारत के साथ व्यापार का केवल 25 प्रतिशत रहने का उल्लेख करते हुए सिंघानिया ने प्रौद्योगिकी देने से इंकार करने के बजाए प्रौद्योगिकी हस्तांतरण को आसान बनाने पर जोर दिया।
अपने तीसरे सुझाव में उन्होंने आधारभूत ढांचा क्षेत्र के विस्तार, सूचना प्रौद्योगिकी के विकास और कौशल निर्माण की अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की योजना में भारतीय कंपनियों को शामिल करने का प्रस्ताव रखा।
सिंघानिया ने अमेरिकी स्वास्थ्य और सॉफ्टवेयर क्षेत्र में भारतीय कंपनियों तथा अमेरिका में दूसरी हरित क्रांति को आगे बढ़ाने के लिए भारत सरकार और भारतीय कंपनियों से सहयोग बढ़ाने को कहा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।